What Is Accounts Receivable In Hindi- आज हम accounting के एक important term – Accounts Receivable के बारे में सीखेंगे. आज हम जानेंगे कि Accounts Receivable क्या होता है? (What Is Accounts Receivable In Hindi)
Accounting तब और भी मजेदार हो जाता है जब हम इसमें प्रयुक्त होनेवाले सभी शब्दों से भलीभांति परिचित होते हैं. आज के इस लेख के जरिये मैं आपको इसके बारे में विस्तारपूर्वक पूरी जानकारी दूंगा साथ ही इस बात से भी अवगत कराऊंगा कि Accounts Receivable – Assets है या Liabilities है.
Accounts Receivable क्या है?
जब किसी कंपनी या व्यवसाय के द्वारा अपने ग्राहक को कोई वस्तु या सेवा उधारी में यह समझकर दिया जाता है कि इसका भुगतान निकट भविष्य में कर दिया जाएगा तो उधार में दी गयी ये वस्तुएं या सेवाएं – Accounts Receivable कहलाती है. अर्थात ये ऐसे भुगतान हैं जो किसी भी कंपनी को माल और सेवाओं के बदले में अपने ग्राहक से लेने होते हैं. हिंदी में accounts receivable को ‘प्राप्य खाता’ कहा जाता है.
अर्थात हम कह सकते हैं कि accounts receivable एक फर्म द्वारा माल या सेवाओं के वितरण या उपयोग पर बकाया धन है जो अभी तक ग्राहकों द्वारा भुगतान नहीं किया गया है. इसतरह अब तक जो पैसा ग्राहक के पास है, तो ऐसे भुगतान कंपनी के लिए प्राप्य हैं, जिसे प्राप्य खाते में जोड़ा जाता है.
Concept को और भी clear करने के लिए इसे एक छोटा सा उदहारण के द्वारा समझने का प्रयास करते हैं-
Example of Accounts Receivable in Hindi
मान लेते हैं कि कोई कपड़ा का व्यापारी अपने ग्राहक को 8000 रुपया का कपड़ा उधारी में दे दिया और उसने अपने ग्राहक को उधार का पैसा चुकाने के लिए कोई समय निश्चित कर दिया. अभी व्यापारी को कपड़े बेंचने के कोई पैसे नहीं मिले हैं क्योंकि उसने कपड़े निश्चित अवधि के लिए उधार में बेंचे हैं.
कपड़ा व्यापारी को future में उधार दिए गये कपड़ों की payment receive करना हैं तो यह payment Account Receivable कहलायेगा और उस account में जाएगा जहाँ उधार बेंचे गये सामान के बदले पैसा receive करना है.
ऐसा नहीं है कि व्यापार केवल नगद ही किया जाता है. कंपनी या व्यापारी नगद के साथ – साथ अपने माल और सेवाओं को credit पर भी बेंचती है. उधार बेंचे गये माल और सेवाओं के बदले तुरंत पैसा प्राप्त नहीं होता है, पैसा बाद में मिलता है. ये उधार के पैसे short period में ही collect हो जाते हैं. अधिकतर cases में ये period एक साल से कम का ही होता है.
सामान्य शब्दों में हम कह सकते हैं कि वैसे amount को हम accounts receivable कहते हैं जो किसी कंपनी या व्यापार द्वारा sale किये गये goods या service के बदले पैसे बाद में receive किया जाता है.
Accounts Receivable Assets है या Liabilities?
Accounts Receivable क्या है ये तो हम समझ गये किन्तु यह भी जानना आवश्यक है कि यह assets है या liabilities है. यदि assets है तो क्यों है या liabilities है तो क्यों है?
Accounts Receivable एक assets है और assets इसलिए है क्योंकि कंपनी जब सामान उधार में देती है तो पैसा उस समय नहीं मिलता है बल्कि वह पैसा निकट भविष्य में प्राप्त होता है. कंपनी के पास जब पैसा आता है तो cash increase होता है अर्थात assets increase होती है. अतः अकाउंट्स रिसीवेबल बैलेंस शीट का एक एसेट अकाउंट होता है.
यह current assets है और इसे current assets इसलिए माना जाता है क्योंकि कम्पनियाँ जो होती हैं वो short period में ही accounts receivable collect कर लेती है. अधिकतर cases में ये period एक वर्ष से कम ही होती है इसीलिए Accounts Receivable को current assets माना जाता है.
इसतरह Accounts Receivable की entry current assets में होगी.