Banking terminology in Hindi : आवश्यक बैंकिंग शब्दावली

Banking terminology in Hindi : आवश्यक बैंकिंग शब्दावली जिसे आपको जानना चाहिए. दोस्तों, आज के युग में हम सभी को बैंकिंग (banking) और वित्त (finance) से सम्बंधित बुनियादी बातों को अवश्य जानना और समझना चाहिए.

बैंक वास्तव में वह वित्तीय संस्थान है जो किसी भी राष्ट्र की आर्थिक प्रगति का आधार होता है. चूँकि आज हम में से अधिकांश लोग इस संस्था से जुड़ चुके हैं इसलिए यह आवश्यक है कि हम बैंकिंग शर्तों और इससे जुड़े शब्दावलियों को समझ सकें ताकि इससे जुड़ा हमारा काम आसान हो जाये.

आज के युग में बैंक केवल हमारे व्यवसाय के लिए ही नहीं अपितु यह हमारे व्यक्तिगत जीवन का भी महत्वपूर्ण हिस्सा हो गया है.

Banking terminology in Hindi

चूँकि जब बैंक हमारे व्यवसाय और व्यक्तिगत जीवन का एक अहम् हिस्सा बन चूका है तो हमारे लिए यह आवश्यक हो जाता है कि हम इससे जुड़े शब्दावली को समझें ताकि हमारा बैंकिंग सम्बन्धी काम आसानी से हो सके. हालाँकि इससे जुड़े शब्दावली की एक लम्बी सूचि है किन्तु मैं इस लेख के माध्यम से आपको कुछ महत्वपूर्ण बैंकिंग शब्दावलियों से परिचित करवाने की कोशिश कर रहा हूँ.

आइये देखते हैं कि वो कौन – कौन से banking terminology (बैंकिंग शब्दावली) हैं जिनके बारे में आपको जानना और समझना चाहिए –

ATM- स्वचालित गणक मशीन

ATM- स्वचालित गणक मशीन (अंग्रेजी : Automated teller machine, लघु : एटीएम) जिसके द्वारा उपभोक्ता पैसे निकालने, बिल भुगतान, खाते की जानकारी आदि की सुविधा उपलब्ध करवा सकते हैं.

Fund Transfer (धन हस्तांतरण)

Fund Transfer (धन हस्तांतरण) – एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में धन का हस्तांतरण को फण्ड ट्रांसफर कहते हैं.

NEFT- National Electronic Funds Transfer

एनईएफटीनेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर एक किस्म का फंड ट्रांसफर है जिसके तहत एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किया जा सकता है. NEFT के द्वारा तुरंत फंड ट्रांसफर नहीं होता है जितना जल्दी RTGS में होता है.

RTGS- Real Time Gross Settlement

RTGSReal Time Gross Settlement (RTGS) द्वारा तुरंत एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे टरान्सफर कर सकते हैं.

IMPS- Immediate Payment Services

IMPSImmediate Payment Services ( IMPS) के द्वारा ऑनलाइन फण्ड टरान्सफर कर सकते हैं और यह तुरंत फंड टरांसफर करने में मदद करता है.

Bank account (बैंक खाता)

Bank account (बैंक खाता) – बैंक अपने ग्राहकों के पैसे लेन-देन के लिए विस्तृत विवरण रखवाती है, जिसे बैंक खाता कहते हैं. प्रत्येक वित्तीय संस्थान अपने द्वारा प्रदान किये जानेवाले प्रत्येक प्रकार के खाते के लिए नियम और शर्तें निर्धारित करता है, जिन्हें आमतौर पर समझे जानेवाले प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है, जैसे जमा खाते, क्रेडिट कार्ड खाते, चालू खाते, ऋण खाते या कई अन्य प्रकार के खाते.

Interest rate (ब्याज दर)

Interest rate (ब्याज दर) – उधार लिये या दिये या जमा किये गये धन हर समय अवधि से जिस दर से ब्याज का लेन-देन किया जाए उसे ब्याज दर कहते हैं. ब्याज दर बैंक या क्रेडिट यूनियन में जमा खाते से अर्जित राशि पर भी लागू होती है.

E-banking

E-banking-इंटरनेट बैंकिंग सेवा बैंकों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है जिससे वेबसाइट के माध्यम से ग्राहक वित्तीय लेनदेन कर सकते हैं. यह केवल विभिन्न बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं को वितरित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक और दूरसंचार नेटवर्क का उपयोग है. E-banking के माध्यम से, एक ग्राहक अपने खाते तक पहंच सकता है और अपने कंप्यूटर और मोबाइल फोन का उपयोग करके कई लेनदेन कर सकता है.

Repo rate

Repo rate बैंकों द्वारा रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया से कर्ज लिया जाता है, उस लोन पर रिज़र्व बैंक को जिस दर से ब्याज चुकाया जाता है उसे रेपो रेट कहते हैं.

Reverse repo rate

Reverse repo rate – जब बैंकों के पास कुछ रकम बच जाती है, उस रकम को बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक में रख देते हैं, उसे रिज़र्व रेपो रेट कहते हैं. वास्तव में यह वह दर होती है जिस दर पर जमा धनराशि पर बैंकों को ब्याज प्राप्त होता है.

Cancel cheque

Cancel chequeजब एक सामान्य चेक पर दो तिरछी लाइन बनाके बड़े – बड़े शब्दों में CANCELLED लिखते हैं, उसे कैंसिल चेक कहते हैं. इन चेक के बीच ‘रद्द’ शब्द लिखना भी आवश्यक है. आपको रद्द किये गए चेक पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता नहीं है. रद्द किये गए चेक का उपयोग खाता संख्या, खाताधारक का नाम, MICR कोड, बैंक का नाम और शाखा का नाम और IFSC जैसे विवरण एकत्र करने के लिए किया जाएगा.

NPA (Non Performing Asset)

NPA (Non Performing Asset) – जब एक व्यक्ति द्वारा सही समय पर EMI नहीं दिया जाता है, तब उस व्यक्ति के लोन अकाउंट को NPA कहते हैं.

Bounce cheque

Bounce chequeऐसी स्तिथि जब चेक देनेवाले व्यक्ति के बैंक में जितने रुपये का चेक दिया गया, उतने रूपये उपस्थित ना हो तो उसे चेक बाउंस कहते हैं. जब कोई चेक बाउंस होता है, तो बैंक चेक वापस कर देते हैं और इसके परिणामस्वरूप बैंकिंग प्रतिबन्ध लग सकते हैं. यह जानना महत्वपूर्ण है कि चेक बाउंस होने की स्तिथि में बैंक शुल्क केवल एक पहलू है. कई मामलों में, लाभार्थी/प्राप्तकर्ता शुल्क भी मापता है.

Debit card

Debit card – डेबिट कार्ड एक ऐसा पेमेंट कार्ड है जिसको हमलोग कैश की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं और अनंत सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं. यह एक क्रेडिट कार्ड के समान है,लेकिन क्रेडिट कार्ड के विपरीत, खरीदारी के लिए धन खरीदारी के समय कार्डधारक के बैंक खाते में होना चाहिए और खरीदारी के भुगतान के लिए तुरंत उस खाते से सीधे व्यापारी के खाते में धन स्थानांतरित कर दिया जाता है.

Credit card

Credit cardक्रेडिट कार्ड ऐसा कार्ड है जिसके द्वारा एक क्रेडिट लिमिट तक आप खरीदारी कर सकते हैं और महीने के अंत में सारे पैसे चुका सकते हैं. आपके क्रेडिट स्कोर और इतिहास के आधार पर कार्ड जारी करनेवाली संस्था द्वारा सीमा तय की जाती है. आमतौर पर, एक उच्च क्रेडिट स्कोर और बेहतर क्रेडिट इतिहास आपको एक उच्च सीमा प्रदान करता है.

Debit

Debitबैंक खाते में जमा राशि में से राशि निकालने को डेबिट कहते हैं.

Credit

Credit – बैंक खाते में पैसे जमा करने को क्रेडिट कहते हैं.

Bankrupt

Bankrupt – जिस व्यक्ति और संस्थान के पास अपने कर्ज चुकाने के लिए पैसे न हों एवं उसके बैंक खाते में भी पैसे ना बचे उसे Bankrupt कहते हैं.

Bank rate

Bank rate – बैंक दर वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देने के लिए केंद्रीय बैंक द्वारा वसूल की जानेवाली दर है.

Retail banking

Retail banking – रिटेल बैंकिंग या पर्सनल बैंकिंग, बैंको द्वारा जनता के लिए सुविधाएँ हैं.

Bank assurance

Bank assurance – बैंकएश्योरेंस एक बैंक और एक बीमा कंपनी के बीच का संबंध है जिसका उद्देश्य बैंक के ग्राहकों को बीमा उत्पाद या बीमा लाभ प्रदान करना है.

FDI

FDI – फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट एक ऐसी संस्था है जो भारत में विदेशी निवेश को सहमति प्रदान करती है.

Inflation

Inflation मुद्रास्फीति का अर्थ है, जब समय के साथ सेवाएं और वस्तुओं का मूल्य पहले से अधिक हो जाता है.

EMI

EMI – किसी भी सामान को खरीदने पर या लोन को चुकाने के लिए एक निश्चित राशि ब्याज सहित जो बैंक को दी जाती है उसे EMI कहते हैं.

Bank draft

Bank draft – बैंक ड्राफ्ट का उपयोग किसी चेक के जैसे ही भुगतान के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

Banker’s cheque

Banker’s cheque – एक ऐसा चेक जो बैंक द्वारा भुगतान के लिए या उपभोक्ता की धन राशि आदान-प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा जाता है, उसे बैंकर चेक कहते हैं.

Collateral

Collateral – जब ग्राहक उधार या कर्ज चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं तो बैंक उस व्यक्ति की सम्पति या मूल्यवान वस्तुओं या उसका जमीन जायदाद को ऋण आधार बना लेती है, उसे Collateral कहते हैं.

Compound Interest

Compound Interest – जब जमा हुए ब्याज को मूलधन के साथ जोड़कर मिश्रधन पर ब्याज निकाला जाता है, उसे चक्रवृद्धि ब्याज कहते हैं.

Down payment

Down payment – जब कोई वस्तु क्रय करते हैं तो अपने तरफ से उस वस्तु के पूरे मूल्य का एक ही हिस्सा चुकाते हैं तो उसे डाउन पेमेंट कहते हैं.

E Payment

E Payment – यह एक वर्चुअल भुगतान है, जब वस्तु की खरीद और बिक्री हम ऑनलाइन करते हैं. ऑनलाइन भुगतान तुरंत किया जाता है, इसलिए यह सुलिधाजनक है और बहुत समय बचाता है. यह महत्वपूर्ण है, खासकर आज जब हमारे जीवन का हर पहलू तेज गति से होता है. इसमें कंप्यूटर, स्मार्टफोन या टेबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करनेवाले सभी वित्तीय संचालन शामिल हैं। ई-भुगतान विभिन्न तरीकों से आते हैं, जैसे क्रेडिट या डेबिट कार्ड से भुगतान या बैंक हस्तांतरण.

Fixed deposit

Fixed depositएक ऐसा अकाउंट जहाँ एक निश्चित अवधि के लिए धनराशि को ग्राहकों द्वारा बैंक में जमा किया जाता है और एक निर्धारित ब्याज निर्धारित समय पर दिया जाता है.

Bank guarantee

Bank guarantee – वस्तु या संपत्ति के खरीद-बिक्री पर यदि देनदार सम्पूर्ण भुगतान में विफल हो जाता है तो बैंक उसके ऋण को पूरा करता है, इसे बैंक गारंटी कहते हैं.

Bank loan

Bank loan – बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को दी गयी धनराशि जो एक निश्चित तिथि को या उससे पहले ब्याज के साथ चुकाया जाता है.

Home branch

Home branch – बैंक कि वह शाखा जहाँ ग्राहक अपना खाता खुलवाते हैं. आमतौर पर, ग्राहक की होम ब्रांच वह मुख्य जगह होती है जहां खाताधारक अपने बैंक खाते में बदलाव कर सकता है जो इंटरनेट बैंकिंग सुविधाओं का उपयोग करके ऑनलाइन नहीं किया जा सकता है.

Non-home branch

Non-home branch – बैंक की अन्य शाखाएं जहाँ ग्राहक सुविधाएँ लेते हैं जो वे होम ब्रांच में भी ले सकते हैं.

IFSC code

IFSC codeहर बैंक के प्रत्येक शाखा का अपना एक यूनिक कोड होता है उसे IFSC code बोलते हैं. यह एक 11-अंकीय अल्फान्यूमेरिक कोड जो ऑनलाइन फंड ट्रांसफर से निपटने वाली विभिन्न बैंक शाखाओं की पहचान करने में मदद करता है.

Swift code

Swift code ग्राहक जब विदेश से पैसे मंगवाते या भेजते हैं तो स्विफ्ट कोड के द्वारा हमें उस देश का ब्रांच के बारे में पता चलता है.

Installment loan

Installment loan – ग्राहक द्वारा ली गई बैंक से ऋण को जब हर महीने लौटाने के लिए एक रकम निश्चित की जाती है उसे इन्सटॉलमेंट लोन कहते हैं.

Joint account

Joint account – दो या दो से अलधक लोगों द्वारा चलाये जानेवाले बैंक खाता को संयुक्त खाता कहते हैं. संयुक्त खातों का उपयोग रिश्तेदारों, जोड़ों या व्यवसायिक भागीदारों द्वारा किये जाने की सबसे अधिक संभावना है, जिनके पास एक-दूसरे के साथ परिचित और विश्वास का स्तर है. यह आमतौर पर खाते में नामित किसी को भी इसके भीतर धन का उपयोग करने की अनुमति देता है.

KYC

KYC – बैंक अपने ग्राहको को पहचानने के लिए कुछ डॉक्यूमेंट्स माँगती है, इस प्रक्रिया को KYC कहते हैं. KYC खाता खोलते समय और समय-समय पर ग्राहक की पहचान को पहचानने और सत्यापित करने के लिए बैंकों द्वारा अपनायी जानेवाली एक अनिवार्य प्रक्रिया है.

Loan disbursement

Loan disbursement – एक ऋण तब वितरित किया जाता है जब सहमत राशि वास्तव में उधारकर्ता के खाते में भुगतान की जाती है और उपयोग के लिए उपलब्ध होती है, उसे ऋण भुगतान कहते हैं.

Money laundering

Money laundering –गैर क़ानूनी या आपराधिक गतिविधि के द्वारा बड़ी मात्रा में धन कमाने की प्रक्रिया को मनी लॉन्ड्रिंग कहते हैं. मनी लॉन्ड्रिंग एक गंभीर वित्तीय अपराध है. अवैध हथियारों की बिक्री, तस्करी और संगठित अपराध की गतिविधियाँ, उदाहरण के लिए मादक पदाथों की तस्करी, आतंकवाद बड़ी मात्रा में आय उत्पन्न कर सकते हैं.

Money order

Money order– यह एक डाकघर द्वारा आदेश पत्र है जिसके द्वारा कोई व्यक्ति अपना धन किसी और व्यक्ति या संस्थान को भिजवा सकता है.

Nomination

Nomination – नॉमिनेशन एक प्रकार का अधिकार होता है, जिसके तहत अकाउंट होल्डर यह तय कर सकता है कि उसके निधन के बाद उसकी सारी रक़म किस व्यक्ति को मिलेगी.

Mortgage

Mortgage – मॉर्गेज शब्द एक घर, भूमि, या अन्य प्रकार की संपत्ति खरीदने या बनाए रखने के लिए उपयोग किये जानेवाले ऋण को संदर्भित करता है. उधारकर्ता समय के साथ ऋणदाता को भुगतान करने के लिए सहमत होता है, आमतौर पर नियमित भुगतानों की एक श्रृंखला में जो मूलधन और ब्याज में विभाजित होते हैं, संपत्ति ऋण को सुरक्षित करने के लिए संपार्श्विक (collateral) के रूप में कार्य करती है.

MICR code

MICR code – MICR (Magnetic Ink Character Recognition) कोड 9 अंकों का कोड होता है. यह शाखा की विशिष्ट रूप से पहचान करता है, चेक की पहचान को सक्षम बनाता है और जिसका अर्थ है तेजी से प्रसंस्करण.

Multicity cheque

Multicity cheque – ग्राहक द्वारा सीधे लिखे गए चेक का रूप जो उस विशेष शाखा की प्रत्येक शाखा में देय हो सकता है, एक बहु-शहरी चेक है. यह केवल वास्तविक लेनदेन के मामले में हासिल किया जाता है.

Maturity date

Maturity date – परिपक्वता तिथि उस तारीख को संदर्भित करती है जब कोई निवेश, जैसे जमा प्रमाणपत्र, देय हो जाता है और निवेशक को चुकाया जाता है. उस समय, निवेश ब्याज देना बंद कर देता है और निवेशक संचित ब्याज और अपनी पूंजी को बिना दंड के भुना सकते हैं.

Overdraft

Overdraft बैंकों द्वारा अपने ग्राहकों को फाइनेंसियल सुविधा दिया जाता है. इसके तहत अगर बैंक ग्राहकों के बैंक खाते में पैसे ना हो तभी भी पैसे निकाल सकते हैं. बैंक अपने हर ग्राहक के लिए एक ओवरड्राफ्ट लिमिट तय करती है जो बैंक के साथ ग्राहकों के संबंध पर निर्भर होता है.

Overlimit fees

Overlimit fees – यह फीस बैंक द्वारा ली जाती है जब आपका बैलेंस क्रेडिट कार्ड की लिमिट से ज़्यादा हो जाता है. जब कार्डधारक खरीदारी करने का प्रयास करते हैं जो उन्हें सीमा से अधिक कर देगा, कार्ड जारीकर्ता लेनदेन को नियमित रूप से अस्वीकार कर देते हैं.

Outstanding balance

Outstanding balance – बकाया राशि, जिसे वर्तमान शेष राशि के रूप में भी जाना जाता है, आपके क्रेडिट कार्ड पर कुल बकाया राशि को संदर्भित करता है. हर बार जब आप अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं तो बकाया राशि बदल जाती है, यहां तक कि एक मिनट से अगले मिनट तक भी.

Passbook

Passbook – बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को दी गई एक किताब जिसमें उनके बैंक खाता और लेनदेन से सम्बंधित सारी जानकारी मौजूद होती है. यह खाताधारक को उनके खाते के माध्यम से हो रही वित्तीय गतिविधियों की पूरी जानकारी देता है. इससे जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ती है.

Recurring deposit

Recurring depositयह एक प्रकार का डिपाजिट है, यह एक जो लोगों को नियमित जमा करने और निवेश पर अच्छा रिटर्न अर्जित करने की अनुमति देता है. नियमित जमा करने और एक ब्याज घटक के कारण, यह अक्सर उपयोगकर्ताओं को निवेश में आसानी प्रदान करता है.

Saving account

Saving account – यह सब से सरल प्रकार का बैंक खाता है. इस प्रकार के खाते में आप अपने पैसों को सुरक्षित रख सकते हैं बिना किसी डर के और जब जरुरत हो अपनी जरुरत के अनुसार निकाल भी सकते हैं. यह खाता अन्य खाताओं से भिन्न है क्योंकि ग्राहक अपने हिसाब से पैसे डाल और निकाल सकते हैं.

Current account

Current account – करंट अकाउंट का दूसरा नाम चालू खाता है. यह अकाउंट ख़ासतौर पर कंपनी या कारोबारियों के लिए होता है, जिन्हे पैसों का लेनदेन रोजाना करना पड़ता है. करंट अकाउंट के पैसे कभी भी बैंक खाते में डाल भी सकते हैं और निकाल भी सकते हैं. इस खाते का ज़्यादातर चेक और इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

HUF

HUF – एचयूएफ शब्द हिन्दू अविभाजित परिवार के लिए है. हिन्दू जातीयता वाले भारतीय नागरिक एक साथ आ सकते हैं और एचयूएफ बनाकर अच्छी मात्रा में कर बचा सकते हैं.

Surcharge

Surcharge – सरचार्ज एक अतिरिक्त शुल्क, या कर है जो किसी वस्तु या सेवा की लागत पर शुरू में उद्धृत मूल्य से अधिक जोड़ा जाता है. अक्सर, एक मौजूदा कर में एक सरचार्ज जोड़ा जाता है और यह वस्तु या सेवा के घोषित मूल्य में शामिल नहीं होता है. शुल्क अतिरिक्त सेवाओं के लिए धन एकत्र करने के लिए किसी इलाके की आवश्यकता को दर्शा सकता है.

Taxable income

Taxable income – कर योग्य आय किसी व्यक्ति या कंपनी की आय का वह हिस्सा है जिसका उपयोग यह गणना करने के लिए किया जाता है कि किसी दिए गए कर वर्ष में सरकार पर कितना कर बकाया है. कर योग्य आय में अर्जित और अनर्जित आय दोनों शामिल हैं. कर योग्य आय आमतौर पर समायोजित सकल आय से कम होती है क्योंकि कटौती जो इसे कम करती है.

Secured loan

Secured loanएक सुरक्षित ऋण एक प्रकार का ऋण है जिसमें एक उधारकर्ता उस ऋण के खिलाफ एक संपत्ति जैसे कार, संपत्ति, इक्विटी आदि को गिरवी रखता है. उधारकर्ता को उपलब्ध कराई गई ऋण राशि आमतौर पर संपार्श्विक के मूल्य पर आधाररत होती है. आमतौर पर निम्नलिखित प्रकार के संपार्श्विक के खिलाफ एक सुरलक्षत ऋण प्राप्त लकया जा सकता है

  • संपत्ति
  • आवास खरीदने के बाद से अर्जित किसी भी वित्तीय इक्विटी सहित
  • बचत खाते और सावधि जमा जैसे बैंक खाते
  • आवासीय संपत्ति
  • निजी वाहन
  • स्टॉक, म्यूच्यूअल फण्ड या बांड निवेश
  • जीवन बीमा सहित बीमा पॉलिसियां
  • कीमती धातुऐं और अन्य कीमती सामान

Unsecured loan

Unsecured loan – एक असुरक्षित ऋण एक ऐसा ऋण है जिसमें किसी भी प्रकार के संपार्श्विक की आवश्यकता नहीं होती है. सुरक्षा के रूप में उधारकर्ता की संपत्ति पर निर्भर रहने के बजाय, ऋणदाता उधारकर्ता की साख के आधार पर असुरक्षित ऋणों को मंजूरी देते हैं. यदि कोई उधारकर्ता भुगतान करना बंद कर देता है और असुरक्षित ऋण पर चूक करता है, तो ऋणदाता के पास बकाया ऋण की वसूली के लिए कोई संपार्श्विक नहीं है.

Wire transfer

Wire transfer – वायर ट्रांसफर एक नेटवर्क के माध्यम से धन के इलेक्ट्रॉनिक हस्तांतरण को संदर्भित करता है जो दुनिया भर में बैंकों और स्थानांतरण सेवा एजेंसीयों द्वारा प्रशासित होता है. वायर ट्रांसफर में एक भेजने और प्राप्त करनेवाली संस्था शामिल होती है और इसके लिए हस्तांतरण शुरू करनेवाले पक्ष से जानकारी की आवश्यकता होती है, जैसे प्राप्तकर्ता का नाम और खाता संख्या. इन हस्तांतरणों में वास्तव में नकदी का भौतिक आदान-प्रदान शामिल नहीं है,लेकिन इलेक्ट्रॉनिक रूप से निपटाया जाता है.

Withdrawal

Withdrawal – निकासी में बैंक खाते, बचत योजना, पेंशन या ट्रस्ट से धन निकालना शामिल है. निकासी निश्चित या परिवर्तनीय मात्रा में एकमुश्त और नकद निकासी या अन्य तरह की निकासी के रूप में समय की अवधि में की जा सकती है.

अन्य महत्वपूर्ण बात

यह लेख वास्तव में उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो बैंकिंग से सम्बंधित टर्म्स को समझना चाहते हैं. बैंकिंग के जो नियम होते हैं या इससे जुडी जो भी अवधारणाएं होती हैं वह “अर्थशास्त्र पुस्तक” का महत्वपूर्ण हिस्सा रही है. यह ऐसे शब्द हैं जो प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों के लिए भी काफी उपयोगी है.

ज्ञात हो कि बैंकिंग उद्योग से जुडी शब्दावली हमारे लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इन शब्दावलियों को हम व्यावहारिक रूप से हमारे दैनिक जीवन में उपयोग में लाते हैं. इसलिए आज के युग में हम खुद को बैंकिंग और वित्त के बारे में शिक्षित करें और इस लेख के माध्यम से आपको बैंकिंग उद्योग से जुडी कुछ महत्वपूर्ण शब्दावलियों से परिचित कराकर हमारे द्वारा किया गया एक छोटा सा प्रयास है. आपको हमारा यह छोटा सा प्रयास कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर सूचित करें.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. बैंक क्या है?

    बैंक एक वित्तीय संस्थान है जो लोगों के धनराशि जमा करने, उन्हें ऋण देने, मुद्रा विनिमय आदि का कार्य करती है. अर्थात यह विभिन्न प्रकार के वित्तीय सेवाएं प्रदान करनेवाली एक महत्वपूर्ण संस्थान है.

  2. केन्द्रीय बैंक से क्या तात्पर्य है?

    रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया भारत का केंद्रीय बैंक है. वास्तव में केंद्रीय बैंक देश की सम्पूर्ण बैंकिंग प्रणाली को नियंत्रित करने का काम करता है अर्थात इसे देश का सर्वोच्च बैंक कहा जा सकता है.

Lal Anant Nath Shahdeo

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

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