“Aloevera (एलोवेरा) कोई दवा नहीं है. यह तो एक नुस्खा है जिसे हमारी दादी, नानी व हमारे पूर्वज हज़ारों वर्षों से इस्तेमाल करते आ रहे हैं.” दोस्तों, एलोवेरा के औषधीय गुणों के बारे में लगभग हर कोई थोड़ा – बहुत जरूर जानता है. यह एक अचूक औषधि से भी बढ़कर काम करती है. यह एक ऐसा पौधा है जो लगभग पुरे संसार में पाया जाता है.
एलोवेरा का इतिहास काफी पुराना है जिसका उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों जैसे आयुर्वेद आदि में भी मिलता है. प्राचीन काल से ही यह काफी इस्तेमाल किया जानेवाला एक औषधीय पौधे के रूप में विश्व बिख्यात है.
कई बीमारियों में वैकल्पिक औषधि के रूप में काम आनेवाला इस पौधा का बड़ी मात्रा में सौंदर्य प्रसाधन के रूप में उपयोग किया जाता है. कई लोग, हमारे यहाँ विशेषकर इसकी सब्जी आज भी बनाकर खाई जाती है. कहते हैं एलोवेरा की सब्जी काफी पौष्टिक होती है.
दुनियाभर के वैज्ञानिक इस पौधे के ऊपर निरंतर अनुसन्धान कर रहे हैं. पूरी दुनिया में कई प्रकार के एलोवेरा के पौधे पाये जाते हैं. इसके गुणों के कारण ही दुनिया भर में इसकी मांग बढ़ती जा रही है और यह किसानों के लिए भी फायदे का सौदा साबित हो रहा है.
हमारे आयुर्वेद में जड़ी – बूटी का महाराजा कहे जाने वाले एलोवेरा के बारे में आइये विस्तारपूर्वक जानते हैं.
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Aloevera (एलोवेरा) क्या है?
Aloevera (एलोवेरा) एक अचूक औषधि से भी बढ़कर काम करती है. इसे घी क्वार, क्वार गन्दल, ग्वारपाठा, कुमारी, घृतकुमारी, मुसब्बर व अन्य कई नामों से जाना जाता है.
औषधीय पौधे के रूप में विख्यात एलोवेरा का पौधा खेत से लेकर लोग अपने गमलों में भी लगाते हैं. इसका पौधा छोटा होता है और इसके पत्ते हरे मांसल या गूदेदार होते हैं जिसका आगे का भाग नुकीला होता है.
इसके पत्तों को काटने पर उसमें से द्रव्य निकलता है. इसके अधिकांश किस्मों में मोटी मांसल पत्तियां होती हैं जिनमें जेल जैसा पदार्थ होता है. भारत के कई इलाकों में जैसे मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात आदि में इसकी खेती की जाती है.
आमतौर पर पठारी और शुष्क क्षेत्रों में इसकी खेती अधिक की जाती है. इसकी खेती करने के लिए कम वर्षा वाले स्थान अनुकूल मानी जाती है.
जैसा कि आप जानते हैं विभिन्न विशेषताओं और अलग – अलग गुणों के साथ दुनियाभर में एलोवेरा के कई प्रजातियां पायी जाती है. आंकड़ों के मुताबिक पूरी दुनिया में इसके 300 से अधिक प्रकार पाए जाते हैं.
इनमें से एक प्रकार है Aloe Barbadensis (एलो बारबडेनसिस) जो काफी प्रचलित है क्योंकि यह प्रकार अपने औषधीय गुणों के लिए काफी प्रसिद्ध है. इसके और भी कई प्रकार है जैसे –
- Coral Aloe (Aloe striata) कोरल एलो (एलो स्ट्रेटा)
- Fan Aloe (Aloe plicatilis) फैन एलो (एलो प्लेसीटिलिस)
- Mountain Aloe (Aloe marlothii) माउंटेन एलो (एलो मार्लोथी)
- Red Aloe (Aloe cameronii) रेड एलो (एलो कैमेरोनि)
- Short-Leaf Aloe (Aloe brevifolia) शॉर्ट लीफ एलो (एलो ब्रेविफोलिया) आदि इसके और भी बहुत से प्रकार पाए जाते हैं.
एलोवेरा के अन्य नाम
जैसा की एलोवेरा कई गुणों का खान है और दुनियाभर में इसके कई प्रजातियां पायी जाती है इसीप्रकार इसके अनेक नाम भी हैं. एलोवेरा को कई नामों से जाना जाता है जैसे –
- ग्वार पाठा
- घृत – कुमारी
- मुसब्बर
- कुमारी
- घी क्वार
- क्वार गन्दल
- केतकी
Aloevera में पाये जानेवाले महत्वपूर्ण तत्व
Aloevera (एलोवेरा) को यूँ ही नहीं गुणों का खान कहा जाता है. हमारे पूर्वज वर्षों पहले से अनेक रूपों में इसका इस्तेमाल करते आ रहे हैं. आज भी लोग कई बीमारियों के लिए घरेलु उपचार के तौर पर इसका इस्तेमाल करते हैं.
इसका प्रयोग पारम्परिक चिकित्सा, घरेलु उपचार के साथ – साथ लोग अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए भी करते हैं. बालों और त्वचा को सॉफ्ट बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल दुनियाभर में काफी मात्रा में किया जाता है.
Aloevera में कई प्रकार के महत्वपूर्ण तत्व पाये जाते हैं जो हमारे लिए कई प्रकार से फायदेमंद हैं. आईये देखते हैं कि इसमें कौन – कौन से महत्वपूर्ण तत्व पाये जाते हैं –
- विटामिन – एलोवेरा में विटामिन ए, सी, ई के आलावा विटामिन बी12 भी पाया जाता है.
- एंजाइम – इसमें कई प्रकार के महत्वपूर्ण एंजाइम पाये जाते हैं.
- मिनरल – एलोवेरा में मुख्य रूप से कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, आयरन, सोडियम, क्लोरीन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, क्रोमियम, जिंक, कॉपर आदि पाए जाते हैं.
- फैटी एसिड्स – इसमें कोलेस्ट्रॉल, कैम्पेस्टेरॉल और बी-सिटोस्टेरोल पाये जाते हैं.
- एमिनो एसिड – हमारे शरीर में 22 प्रकार के एमिनो एसिड की आवश्यकता होती है. इनमें से 8 जरुरी होते हैं और 14 गैर जरुरी होते हैं. एलोवेरा में लगभग सभी पाये जाते हैं.
एलोवेरा के फायदे
- बालों को पोषण देने के लिए.
- यह सिर की त्वचा के लिए भी फायदेमंद है.
- यह चेहरे पर होने वाले पिंपल्स, दाग-धब्बों, कील-मुहांसे, झाइयों आदि से छुटकारा दिलाने में मदद करता है.
- यह हमारे स्किन को सॉफ्ट बनाता है.
- इसके इस्तेमाल से चेहरा में ग्लो आता है.
- यह एक एंटी – सेप्टिक है, एंटी फंगल है, एंटी बैक्टीरियल है.
- यह पेट सम्बन्धी विकारों के लिए लाभदायक है.
- यह मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होता है.
- यह कई प्रकार के दर्द में दर्द निवारक का काम करता है.
- कई प्रकार के घरेलू उपचार में लोग इसका इस्तेमाल करते हैं.
- इसका प्रयोग पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है.
- यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.
Aloevera का इस्तेमाल कैसे किया जाता है?
कहा जाता है कि Aloevera प्रकृति का अदभुत वरदान है. यह एक ऐसा प्राकृतिक स्रोत है जिसमें अनेक गुण मौजूद होते हैं. बाजार में उपलब्ध अधिकांश ब्यूटीप्रोडक्ट्स में एलोवेरा होता है.
इसके पत्तियों में पाए जाने वाले जेल में लगभग 99% तक पानी होता है. इसे “Nature Silent Healer” कहा जाता है. कई लाभकारी गुणों से युक्त इसे एक चमत्कारी पौधा कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी.
दुनिया में लगभग सभी देशों के पास एलोवेरा का काफी पुराना इतिहास है. कहते हैं कि क्लियोपैट्रा जिसकी सुंदरता काफी विख्यात थी इसी का लेप लगाती थी.
आपको बता दें कि आजकल कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में एलोवेरा का उपयोग अनेक प्रोडक्ट्स जैसे साबुन, शैम्पू, क्रीम, फेस वाश, क्लीन्ज़र, फेस मास्क आदि के निर्माण में बहुतयात में हो रहा है. आइए जानते हैं कि लोगों द्वारा एलोवेरा का किसप्रकार इस्तेमाल किया जाता है –
- जेल के रूप में – त्वचा को जवान और खूबसूरत बनाये रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. मेकअप हटाने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है.
- जूस के रूप में – पेट से संबंधित कई समस्याओं में यह राहत देता है. इसके द्वारा कब्ज की भी समस्या दूर की जा सकती है.
- इसका इस्तेमाल एक शैम्पू की तरह किया जा सकता है.
- इसका इस्तेमाल एक अच्छा मॉइश्चराइजर के रूप में होता है.
- यह एक अच्छा क्लींजर माना जाता है.
- बाजार में कई प्रकार के प्रोडक्ट्स में एलोवेरा का इस्तेमाल होता है जैसे बॉडी लोशन, हेयर/स्किन जेल, साबुन, शैम्पू, क्रीम, स्पा आदि.
- कहीं जलने – कटने पर और अन्य घरेलु उपचार में इसका उपयोग किया जाता है.
- टूथपेस्ट में.
अन्य महत्वपूर्ण बात
दोस्तों जैसा कि आप समझ चुके हैं कि बेहतर स्वास्थ्य लाभ और सौंदर्य प्राप्त करने के लिए Aloevera (एलोवेरा) एक बेहतर नुस्खा है. नियमित रूप से इसका सेवन काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है.
सामान्य सा दिखने वाला यह पौधा कई प्रकार के औषधीय गुणों से भरपूर है. इसका सेवन कई प्रकार से किया जाता है या तो आप इसका इस्तेमाल सीधे कर लें या इससे निर्मित कोई प्रोडक्ट्स उपयोग कर सकते हैं.
लेकिन ध्यान रहे जरुरत से ज्यादा किसी भी चीज का इस्तेमाल नुकसानदायक भी हो सकता है. बेहतर होगा Aloevera (एलोवेरा) या इससे निर्मित प्रोडक्ट्स का उपयोग नियमित मात्रा में ही करें.