CAGR in Hindi : यदि आप एक निवेशक हैं और आपने किसी फंड में निवेश किया है, तो आपको यह जानना होगा कि दी गई अवधि के दौरान उस फंड ने आपको हर साल कितना रिटर्न दिया. अब प्रश्न यह है कि ऐसा कौन सा सूत्र है जो आपको यह बता सके? दोस्तों वह तरीका है CAGR, जिसके इस्तेमाल से आप हर साल के अवसतन रिटर्न का पता लगा सकते हैं.
CAGR कोई नया शब्द नहीं है यह निवेशकों के बीच काफी प्रचलित है एवं व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला रिटर्न मीट्रिक है. जब आप किसी बिज़नेस न्यूज़ चैनल देखेंगे तो यह शब्द आपको सुनने को मिल सकते हैं. यह वह शब्द है जो म्यूचुअल फंड उद्योग में व्यापक रूप से इस्तेमाल किये जाते हैं.
आप जब किसी योजना में निवेश करते हैं और आपको एक निश्चित समय अवधि में उस योजना की औसत वार्षिक वृद्धि का आकलन करना हो तो इसके लिए CAGR काफी मददगार हो सकता है. इसे समझना कोई मुश्किल काम नहीं है बस आप हमारे आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहिये आपको पूरी बात आसानी से समझ में आ जायेगी.
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CAGR क्या होता है?
CAGR (Compounded annual growth rate) अर्थात चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर. एक निवेशक के तौर पर जब कोई निवेश करता है तो वह एक निश्चित अवधि में अपने निवेश की औसत वार्षिक वृद्धि को मापने के लिए CAGR कैलकुलेट करता है ताकि उसे हर साल का अवसतन रिटर्न का पता चल जाये.
यदि आप अपने निवेश पर प्रतिफल की औसत दर देखना चाहते हैं तो CAGR का इस्तेमाल करके आसानी से इसका अनुमान लगा सकते हैं. आइये इसे एक उदाहरण द्वारा समझने का प्रयास करते हैं –
मान लेते हैं कि आपने प्रारंभिक मूल्य (initial value) 10,000 रुपये से किसी फण्ड में निवेश शुरू किया और तीन वर्ष के बाद इस निवेश का अंतिम मूल्य (final value) 15,000 रुपया हुआ. अब आप अपने निवेश पर प्रत्येक वर्ष का अवसतन रिटर्न जानने के लिए सीएजीआर की गणना करके पता लगा सकते हैं.
यदि फॉर्मूला का इस्तेमाल करके इसकी गणना करेंगे तो इस निवेश का सीएजीआर = 14.47% निकलकर आएगा.
एक दूसरी उदाहरण लेते हैं कि यदि कोई शेयर दो साल में 150 रूपये से बढ़कर 200 रूपये का हो जाता है अर्थात इसका CAGR 15.47% होगा. अतः आप यहाँ पर समझ सकते हैं कि यह शेयर 15.47% की सीएजीआर के हिसाब से दो साल में 150 रूपये से बढ़कर 200 रुपये का हो गया है.
यहाँ पर समझने वाली बात यह कि हो सकता है पहले साल बढ़कर यह शेयर 250 रूपये का का हो गया हो और दुसरे साल यही शेयर गिरकर 200 रूपये का हो गया हो किन्तु दो साल में यह 150 रूपये से बढ़कर 200 रूपये का हो गया है. यहाँ पर बीच के उतार – चढ़ाव को गौर नहीं किया गया है.
अब आप सोंच रहे होंगे कि आखिर CAGR (Compounded annual growth rate) कैसे निकाला जाता है. तो आइये इसे निकालने का फॉर्मूला और तरीकों के बारे में समझते हैं.
CAGR का फॉर्मूला
आप निम्न गणितीय फॉर्मूला की मदद से CAGR कैलकुलेट कर सकते हैं –
CAGR निकालने का फॉर्मूला होता है – CAGR = (Ending Value/Beginning Value)^(1/N)-1
यहाँ पर ध्यान दें –
- Ending Value (EV) – निवेश का अंतिम मूल्य
- Beginning value (BV) – निवेश का प्रारंभिक मूल्य
- N – वर्षों की संख्या
ज्यादा परेशान होने की जरुरत नहीं है मैं समझ सकता हूँ कि उपरोक्त फॉर्मूला का उपयोग करके manually CAGR calculation करना सबके लिए आसान नहीं है. आज के तकनीक युग में इतना माथापच्ची करना जरुरी नहीं है. गूगल प्ले स्टोर पर आपको कई सीएजीआर कैलकुलेटर आसानी से मिल जायेंगे जिसका इस्तेमाल आप आसानी से कर सकते हैं.
दूसरा तरीका है आप माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल का उपयोग करके भी सीएजीआर की गणना आसानी से कर सकते हैं. आइये देखते हैं कि हम माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल के इस्तेमाल से कैसे सीएजीआर की गणना कर सकते हैं.
Excel में CAGR की गणना कैसे करें
आप CAGR कैलकुलेट करने का फॉर्मूला समझ चुके हैं कि CAGR = (Ending Value/Beginning Value)^(1/N)-1 किन्तु इस फॉर्मूला का उपयोग करके manually CAGR कैलकुलेट करना इतना आसान नहीं होगा. Excel में यदि हम इस सूत्र का उपयोग करें तो आसानी से CAGR गणना कर सकते हैं.
आइये इसे चरणबद्ध तरीके से समझने का प्रयास करते हैं –
CAGR की गणना करने के लिए सूत्र इनपुट करने से पहले इसके मूल सूत्र को मैं फिर से आपको बता देना जरुरी समझता हूँ. CAGR गणना करने हेतु आपके पास निवेश का शुरुआती मूल्य (BV), निवेश का अंतिम मूल्य (EV) और अवधियों की संख्या (N) इनपुट करने की जरुरत होगी अर्थात इसकी फॉर्मूला इसतरह होगी – (EV/BV)^(1/n)-1.
तो आइये इसे निम्न उदाहरणों द्वारा समझते हैं –
नीचे दिए एक्सेल स्प्रेडशीट के आंकड़ों को ध्यान से देखिये –
उपरोक्त स्प्रैडशीट को देखकर आप समझ सकते हैं जहाँ पर कॉलम बी को Year के रूप में तथा कॉलम सी को Amount के रूप में वर्गीकृत किया गया है. यहाँ पर आप Year का गणना करने के लिए इस बात का ध्यान रखेंगे कि यह वर्ष 2013 से शुरू होता है और एक वर्ष 2014 में पूरा होगा न कि आप वर्ष 2013 को ही एक वर्ष मानेंगे नहीं तो कैलकुलेशन गलत हो जायेगा. इसतरह यहाँ कूल वर्षों की संख्या 9 मानी जायेगी न की 10.
आप स्प्रैडशीट में देख सकते हैं क़ि निवेश का Beginning value (BV) – निवेश का प्रारंभिक मूल्य = 1000 रुपया है और Ending Value (EV) – निवेश का अंतिम मूल्य = 2540 रुपया है तथा N – वर्षों की संख्या = 9 वर्ष है.
अब हमारे पास CAGR की गणना करने के लिए सारा डाटा प्राप्त हो चूका है जिसे हम एक्सेल में CAGR formula निकालने के लिए रख सकते हैं जैसे –
- Beginning value (BV) = 1000
- Ending Value (EV) = 2540
- N – 9
उपरोक्त डाटा को आप एक्सेल के किसी भी सेल का चयन करके CAGR फॉर्मूला के रूप में (EV/BV)^(1/n)-1) अर्थात – (2540 /1000)^(1/9)-1 के रूप में रख सकते हैं, निचे एक्सेल स्प्रेडशीट देखें –
जैसे ही आप फॉर्मूला इनपुट करके enter दबायेंगे तो उपरोक्त उदाहरण के अनुसार CAGR value ‘0.109127629‘ निकलकर आयेगा लेकिन आपको वित्तीय विश्लेषण के क्षेत्र में इस बात का ध्यान रखना होगा कि हमेशा CAGR का मान प्रतिशत के रूप में दर्शाया जाता है.
अब आप CAGR का मान ( 0.109127629) को प्रतिशत के रूप में प्राप्त करने के लिए या तो एक्सेल में cell format को ‘General’ से ‘Percentage’ में बदल दें या प्राप्त मान 0.109127629 को 100 से गुणा करदें ( 0.109127629 x 100). ऐसा करने CAGR 10.91% निकलकर आयेगा.
अन्य महत्वपूर्ण बात
दोस्तों, अब तक आप ‘CAGR क्या होता है?’ इसका फॉर्मूला क्या होता है तथा इसकी गणना कैसे की जाती है समझ गये होंगे और इस लेख के माध्यम से यहाँ पर मैं एक महत्वपूर्ण बात स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि यदि आप निवेश के क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं तो आपको वित्तीय बाजारों में उपयोग की जाने वाली technical terms की समझ होनी चाहिए.
अन्यथा आपको कई प्रकार के संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है. जब आप निवेश के क्षेत्र में प्रवेश करने जा रहे हैं तो कंपाउंडिंग की इस शक्ति को समझना वास्तव में आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा.