Debenture क्या है? Debenture और Bond में अंतर-डिबेंचर के प्रकार

Debenture क्या है? – आज के समय में लोग निवेश (Investment) करने के लिए कई प्रकार के विकल्पों की तलाश करते नजर आते हैं. हम सभी जानते हैं कि आर्थिक प्रगति के लिए निवेश कितना जरुरी है किन्तु इस बात पर भी ध्यान रखना पड़ता है कि – हम जहाँ निवेश करने जा रहे हैं वह कितना सुरक्षित है?

आज के समय में ऐसे अनेक लोग हैं जिनका आकर्षण share market की ओर बढ़ा है. अतः हम कह सकते हैं कि यदि आपके पास शेयर बाज़ार का व्यवहारिक और तकनिकी ज्ञान है तो share और debenture नेवेश करना एक अच्छा माध्यम हो सकता है.

Share market क्या है?  इस विषय पर मैं already एक लेख लिख चुका हूँ जिसे आप पढ़ सकते हैं. आज का जो हमारा विषय है वो है – Debenture Kya Hai? यह कितने प्रकार के होते हैं?  Debenture और Bond के बीच क्या समानता या क्या अंतर है आदि तमाम प्रश्नों के उत्तर हम विस्तारपूर्वक समझेंगे.

यदि आप भी कोई ऐसे विकल्प की तलाश में हैं जहाँ आप long term निवेश करके एक निश्चित ब्याज कमाना चाहते हैं तो आप debenture में निवेश कर सकते हैं? लेकिन निवेश करने से पहले आपको ये समझना जरुरी है कि – Debenture क्या है?

Debenture क्या है?

मान लीजिये कोई कंपनी है और वह अपना विकास या विस्तार करना चाहती है और इस कार्य के लिए उस कंपनी को fund की जरुरत होगी. ऐसी स्तिथि में कंपनी fund जुटाने के लिए shares issue करती है और ये भी मान लेते हैं कि कंपनी यदि अपना share holder नहीं बढ़ाना चाह रही है तो क्या करेगी?

ऐसी स्तिथि में कंपनी या तो किसी बैंक से कर्ज लेगी या Debenture जारी करेगी.

Debenture इसे हम हिंदी में ‘ऋणपत्र’ कहते हैं.  जब किसी कंपनी को अपने जरूरतों को पूरा करने के लिए fund की आवश्यकता होती है तो वह ऋणपत्र जारी करती है. कंपनी द्वारा जारी किये गये ऋणपत्र को कोई भी आम आदमी निश्चित समय के लिए खरीद सकता है और ब्याज के रूप में लाभ कमा सकता है.

दुसरे शब्दों में यदि कहें तो debentures issue करके कंपनी बैंक से कर्ज न लेकर आम लोगों से पैसे उधार लेती है और इसके बदले में कंपनी उस व्यक्ति को निश्चित ब्याज देती है.

Debenture (ऋण – पत्र) की कुछ प्रमुख विशेषताएं

  • Debenture एक ऋण-पत्र होता है जिसपर दिया जानेवाला ब्याज की पूरी details होती है.
  • ऋण -पत्र जारीकर्ता कंपनी को लाभ हो या हानि हो दोनों ही स्तिथि में आपको ब्याज प्राप्त होगा.
  • इसके जरिये लम्बे – समय तक निश्चित ब्याज कमाया जा सकता है.
  • सामान्यतः ऋण – पत्र जारीकर्ता की साख और प्रतिष्ठा पर निर्भर करता है.
  • ऋण – पत्र धारक को एक निश्चित समय के बाद मूलधन ब्याज सहित दे दिया जाता है.

Debenture और Bond में अंतर

कंपनियों द्वारा बाज़ार से finance की जरूरतों को पूरा करने के लिए मुख्य रूप से दो प्रमुख स्रोतों का उपयोग किया जाता है – Debenture और Bond. आमतौर पर कई लोग दोनों को एक ही समझते हैं किन्तु दोनों शब्दों में थोड़ी भिन्नताएं हैं. वास्तव में यदि दोनों का उद्देश्य देखा जाए तो दोनों ही एकसमान हैं फिर भी दोनों शब्द एक दुसरे से भिन्न हैं.

चलिए जानते हैं Debenture और Bond एक दुसरे से किसप्रकार भिन्न हैं –

वास्तव में Bond सरकारी एजेंसीयों या कॉर्पोरेट हाउस द्वारा जारी किया जाता है जबकि डिबेंचर सार्वजिनिक कंपनियों द्वारा जारी की जाती है. Debenture और Bond इसलिए जारी किया जाता है ताकि बाज़ार से पैसा जुटाया जा सके. यदि इन दोनों के बीच प्राप्त होनेवाला ब्याज दरों की तुलनात्मक अध्ययन करें तो Debenture में अधिक ब्याज प्राप्त होता है.

चूँकि Bond सरकारी एजेंसीयों द्वारा जारी की जाती है इसलिए Debenture की अपेक्षा इसमें जोखिम दर कम है.

Debenture कितने प्रकार के होते हैं?

Redeemability के आधार पर debenture दो प्रकार के होते हैं –

(1) Redeemable debentures : इसप्रकार का ऋणपत्र एक निश्चित अवधि के लिए होती है और उस अवधि तक ब्याज मिलता रहता है तथा अवधि पूरा होने के बाद मूलधन प्राप्त हो जाता है.

(2) Irredeemable Debentures : यह कंपनी बंद होते तक चलता रहता है यानि इसका कोई परिपक्वता का समय नहीं होता है. जानकारों का मानना है कि इसमें जोखिम थोडा ज्यादा रहता है किन्तु जहाँ तक मेरी जानकारी है हमारे देश में अभी तक इसतरह का Debentures जारी नहीं किये जाते हैं.

Security के आधार पर debenture दो प्रकार के होते हैं –

(1) Secured Debentures : इसतरह की ऋण – पत्र में assets के रूप सुरक्षा की प्रदान किया जाता है. इसप्रकार यदि कंपनी भाग भी जाए तो आपको किसी प्रकार का भय नहीं रहता है क्योकि आपके पास कंपनी की संपत्ति security के तौर पर होती है.

(2) Unsecured Debenture : यदि आप इसप्रकार का ऋण – पत्र लेते हैं तो आपके केवल ऋण – पत्र ही मिलता है. Security के लिए आपके पास कुछ नहीं होती है. अब आप सोंच रहे होंगे की यदि किसी कारणवश कंपनी भाग जाए तो मेरा पैसा डूब जायेगा. जी हाँ डूब जायेगा किन्तु कंपनी के भागने और आपका पैसा डूबने का chances बहुत कम ही होते हैं.

ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योकि इसप्रकार का ऋण – पत्र कोई प्रतिष्ठित कंपनी ही जारी करती है वर्ना Unsecured Debenture खरीदने में दिलचस्पी कौन दिखायेगा?

Convertibility के आधार पर भी debenture दो प्रकार के होते हैं –

(1) Convertible Debenture : Convertible यानि परिवर्तनीय और अपने नाम के ही अनुरूप इसे आप निश्चित अवधि के उपरांत shares में convert कर सकते हैं.

(2) Non Convertible Debenture : Non Convertible अर्थात अपरिवर्तनीय. इसप्रकार के debenture को बाद में share में तब्दील नहीं किया जा सकता है. 

दोस्तों, अंत में आशा करता हूँ कि आपको Debenture और Bond के बारे में प्रदान की गयी जानकारी समझ में आ गयी होगी और यदि आपको लेख पसंद आई हो तो इस लेख तो Social media में शेयर करना और लाइक करना ना भूलें. 

Lal Anant Nath Shahdeo

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

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