DHFL का फुल फॉर्म क्या होता है? होम लोन से तात्पर्य है कि यदि आपके पास घर खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं तो आप किसी bank या नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों से कर्ज लेते हैं. यह कर्ज लम्बी अवधि के लिए दिया जाता है. Home loan निश्चित अवधि में चुकाया जाता है, इसके साथ में आपको interest भी देना पड़ता है.
घर का सपना को साकार करने के लिए होम लोन मददगार होता है लेकिन इसे प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मानदंड होते हैं जिसे आपको पूरा करना होता है, तभी आप लोन प्राप्त कर पायेंगे. जैसे आपकी मासिक आय कितनी है, आपका क्रेडिट स्कोर कैसा है आदि बातों पर लोन प्रदान करनेवाली संस्थाओं द्वारा विचार किया जाता है.
बहुत सारे लोग घर खरीदने के लिए होम लोन लेते हैं कुछ बैंकों से तो कुछ लोग housing finance company से. आज के लेख में मैं आपको बताऊंगा एक ऐसा ही housing finance company के बारे में जिसका नाम है – डीएचएफएल.
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DHFL का इतिहास?
क्या आप जानते हैं की डीएचएफएल) को अब पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (Piramal Capital & Housing Finance Limited) के नाम से जाना जाता है. पीरामल के बारे में जानने से पहले आइये डीएचएफएल का इतिहास समझ लेते हैं –
DHFL भारत के प्रमुख housing finance कंपनियों में से एक था. इसका मुख्यालय Mumbai में था. April 1984 में स्थापित यह कंपनी एक प्रकार की public company (सार्वजनिक कंपनी) थी. 365 शाखाओं के network के साथ इसका संचालन पुरे देश में किया जाता था. इस कंपनी के कुछ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि कार्यालय भी थे.
DHFL एक मजबूत brand का नाम था. यह विभिन्न प्रकार के home loan योजनायें प्रदान करता था जिन योजनाओं का लाभ आप अपनी जरूरतों के हिसाब से ले सकते थे. इन योजनाओं में शामिल था New Home Loans, Home Construction Loans, Home Extension Loans, Home Renovation Loans, आदि.
DHFL का फुल फॉर्म क्या होता है?
DHFL का फुल फॉर्म दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल)) होता है. इसे अब पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (Piramal Capital & Housing Finance Limited) के नाम से जाना जाता है. यह एक गैर-डिपॉजिट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है. भारत भर के कई प्रमुख शहरों में इसकी शाखाएं हैं. यह एक सूचीबद्ध इकाई है, जिसका स्वामित्व और नियंत्रण पीरामल समूह के पास है.
आपको बता दें कि पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड का कर्ज संकट का सामना कर रहे दीवान हाउसिंग फाइनेंस के साथ विलय हो गया है.
Piramal Finance क्या है?
पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड वित्त संबंधी सेवाएं प्रदान करता है जैसे नया घर खरीदना, गृह निर्माण, व्यवसाय ऋण, संपत्ति के बदले ऋण, व्यक्तिगत ऋण, सुरक्षित ऋण आदि. यह Piramal Enterprises Ltd. (PEL) की सहायक कंपनी है. पीरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड एक आरबीआई द्वारा पंजीकृत एक NBFC है, जो लोगों को कई प्रकार के लोन प्रदान करती है.
पीरामल फाइनेंस होम लोन
पीरामल फाइनेंस होम लोन का लाभ कोई भी वेतनभोगी व्यक्ति या स्व-नियोजित व्यक्ति उठा सकता है. यहां होम लोन लेने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए साथ ही आपको पिछले किसी भी लोन का डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए.
यहां आपकी पात्रता देखकर ही आपको लोन दिया जाएगा. पीरामल आपको कर्ज चुकाने के लिए अधिकतम 30 साल का समय देता है, आप उससे पहले भी कर्ज चुका सकते हैं या कर्ज बंद कर सकते हैं. लोन से सम्बंधित पूरी जानकारी के लिए आप इसके आधिकारिक वेबसाइट में विजिट कर सकते हैं.
किसी भी वित्तीय संस्थान से होम लोन लेने के लिए आपको उसकी पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा, तभी आप यह लोन ले सकते हैं, आइए देखें कि होम लोन लेने के लिए आवश्यक योग्यताएं और दस्तावेज क्या हैं. (ध्यान दें कि विभिन्न संस्थानों के ऋण के लिए निर्धारित आवश्यक पात्रता भिन्न हो सकती है)
होम लोन के लिए जरुरी दस्तावेज
होम लोन लेने के लिए कुछ जरुरी documents आपको देना पड़ेगा जैसे Address Proof के लिए कोई एक documents दे सकते हैं जैसे
- आधार
- पैन
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस आदि
इसके आलावा आपको निवास का प्रमाण देना होगा जैसे :
- Electricity, Telephone, Postpaid mobile का बिल
- राशन कार्ड
- Rent Agreement आदि
आय का प्रमाण देना होगा जैसे :
- पिछले दो महिना का Salary slips
- Cash Salary कंपनी के letter head पर आय की जानकारी
- Salary account (पिछले तीन महीनों का बैंक स्टेटमेंट कॉपी)
Self-Employed Professional के लिए दस्तावेज
- योग्यता प्रमाण पत्र professionals ( सीए, डॉक्टर या आर्किटेक्ट) के लिए
- पिछले दो वर्षों के आयकर रिटर्न की copy
- पिछले दो वर्षों के P/L account की copy (सभी शेड्यूल और ऑडिटेड बैलेंस शीट के साथ यदि लागू हो तो)
- VAT या सर्विस टैक्स रिटर्न या TDS सर्टिफिकेट
- पिछले 6 महीनों के बैंक statement (Savings account, current account और O/D account)
Self-Employed के लिए
- पिछले दो वर्षों के आयकर रिटर्न की copy
- पिछले दो वर्षों के P/L account की copy (सभी शेड्यूल और ऑडिटेड बैलेंस शीट के साथ यदि लागू हो तो)
- VAT या सर्विस टैक्स रिटर्न या TDS सर्टिफिकेट
- पिछले 6 महीनों के बैंक statement (Savings account, current account और O/D account)
Property से सम्बंधित दस्तावेज :
- बिल्डर से प्राप्त आवंटन पत्र (Allotment letter)
- पंजीकरण और स्टाम्प ड्यूटी रसीद
- बिक्री का agreement
- इंडेक्स- ii
- NOC बिल्डर से
- OCR (Own Contribution Receipt)
- Development Agreement
- त्रिपक्षीय समझौता (Agreement)
- Partnership Deed
- Sale Deed
- टाइटल सर्च रिपोर्ट
- NA order
यहाँ पर आपको ध्यान रखना है कि original documents की जरुरत verification के लिए होती हैं.
होम लोन की विशेषताएं
होम लोन प्रदान करनेवाली संस्थान विभिन्न प्रकार के योजनायें प्रदान करता है जिसे हर व्यक्ति अपनी जरूरतों के अनुसार, सभी पात्रता मानदंड पूरा करने के बाद ले सकता है. यहाँ पर आपको 30 वर्षों तक के लम्बी अवधि के लिए लोन प्राप्त होता है. यह नौकरीपेशा और स्व-रोजगार दोनों को ऋण देता है.
अन्य ऋण देनेवाली संस्थाओं की तरह यहाँ भी ऋण भुगतान करने लिए विभिन्न भुगतान विकल्प प्रदान किया जाता है. समान मासिक किश्त (EMI) के तहत मूल राशि के साथ ही ब्याज भी भी देना होगा जब तक ऋण चुकता नहीं हो जाता.
इनकी website पर आपको home loan calculator की सुविधा भी मिलेगी जहाँ से आप अपने लोन की EMI को कैलकुलेट कर सकते हैं. इसके साथ ही नए ग्राहकों के लिए customer care नंबर -1800 22 3435 और मौजूदा ग्राहकों के लिए customer care नंबर -1800 3000 1919 की सुविधा है.
होम लोन के लिए आवेदन कौन कर सकता है?
- कोई भी भारतीय निवासी या NRI आवेदन कर सकता है
- आवेदक की आयु 21 वर्ष या अधिक होना चाहिए
- Loan maturity के समय आवेदक की आयु 65 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए
- यह loan Salaried person और self-employed दोनों के लिए है
Final Words,
जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया है आपको 30 वर्ष की लम्बी अवधि के लिए होम लोन मिलता है लेकिन यहाँ एक सवाल उठता है कि आपको लोन कितना मिलेगा? इसका जवाब है कि आपकी कमाई के आंकलन के आधार पर लोन मिलता है. यह सब आपकी monthly income, देनदारियां, संपत्ति आदि पर निर्भर होता है.
कोई भी ऋण दाता सबसे पहले यही देखता है कि आप समय पर ऋण चुका पायेंगे या नहीं. यह सब बहुद हद तक आपके क्रेडिट स्कोर पर भी निर्भर करता है.