DigiLocker kya hai in Hindi : डिजिलॉकर की प्रमुख विशेषताएं और इसके लाभ

DigiLocker kya hai in Hindi : कौन चाहता है कि उसका महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, शिक्षा प्रमाण पत्र या कोई अन्य कोई महत्पूर्ण दस्तावेज कहीं खो जाये या ऐसे प्रमाणपत्रों के साथ कोई नुकसान या क्षति उठाना पड़े. कोई नहीं चाहता है, लोग ऐसे अनिवार्य प्रमाण पत्रों को यथाशक्ति संभाल के ही रखते हैं. किन्तु हमारे दैनिक जीवन में ऐसे कई मौके आते हैं जब हमें ऐसे प्रमाण पत्रों का original copy घर से बाहर लेकर जाने की आवश्यकता होती है ऐसे में इन प्रमाणपत्रों के साथ कोई नुकसान या क्षति होने का जोखिम बना रहता है.

पिछले कुछ वर्षों से हमारे देश में डिजिटल क्रांति आयी है खासकर मोदी सरकार द्वारा चलायी गयी “डिजिटल इंडिया प्रोग्राम” देश को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. इसका फ़ायदा भी देश के लोगों को मिल रहा है जिसका एक उदाहरण है DigiLocker जैसे वर्चुअल लॉकर की सुविधा लोगों को प्रदान करना.

क्लाउड स्टोरेज की श्रृंखला में ड्रॉपबॉक्स, गूगल ड्राइव जैसे विदेशी डिजिटल स्टोरेज सेवा भी हमारे पास उपयोग करने के लिए मौजूद है किन्तु डिजिलॉकर DigiLocker द्वारा जारी किये गए दस्तावेजों को आप सत्यापन के लिए उसी प्रकार उपयोग कर सकते हैं जिस प्रकार आप अपने भौतिक प्रमाणपत्र द्वारा करते हैं क्योंकि इसके द्वारा जारी किये गए दस्तावेज “आईटी अधिनियम, 2000 के अनुसार मूल दस्तावेजों के बराबर मान्य माने जाते हैं.”

क्या आप जानते हैं कि डिजिलॉकर (एक प्रकार का वर्चुअल लॉकर) का उपयोग करके आप अपने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को ऑनलाइन save कर के रख सकते हैं अर्थात आप आसानी से अपने आवश्यक दस्तावेजों को अपने फोन पर ई-कॉपी के रूप में कहीं भी ले जा सकते हैं. और इनके गुम या क्षतिग्रस्त होने के जोखिम से बच सकते हैं. डिजिलॉकर की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके माध्यम से शेयर किये गए दस्तावेज भौतिक प्रमाण पत्र के बराबर मान्य होंगे अर्थात आप वेरिफिकेशन के लिए DigiLocker के डाक्यूमेंट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.

डिजिलॉकर सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है क्योंकि यह पहचान सत्यापित करने के लिए आधार का उपयोग करता है. यदि आप इस विषय पर पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया इस लेख (DigiLocker kya hai in Hindi) के साथ अंत तक जरूर बने रहें.

DigiLocker kya hai in Hindi

DigiLocker जैसा कि इसके नाम से ही प्रतीत हो रहा है यह एक डिजिटल लॉकर है जहाँ आप पॉलिसी दस्तावेज़, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, शिक्षा प्रमाण पत्र या कोई अन्य महत्पूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करके उसकी ई-कॉपी (सॉफ्ट कॉपी) डिजिलॉकर मोबाइल ऐप या ऑनलाइन एक वेबसाइट पर सुरक्षित रख सकते हैं.

डिजिलॉकर में आप अपने दस्तावेजों को अपलोड तो कर ही सकते हैं इसके साथ -साथ आप विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा उसके मूल डेटा स्रोत (source) से सीधे इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में जारी किए गए ई-दस्तावेज भी प्राप्त कर सकते हैं. मान लेते हैं यदि आप मूल डेटा स्रोत से अपना पैन इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में प्राप्त करना चाहते हैं तो आप अपना पैन नंबर दर्ज करके इसे प्राप्त कर सकते हैं. इसीतरह आप अन्य documents भी सीधे सोर्स से प्राप्त कर सकते हैं और आपको इन्हे कॉपी करके रखने की या अपलोड करने की जरुरत भी नहीं होगी. जैसे पैन, UAN कार्ड, मार्कशीट आदि.

डिजिलॉकर एक सुरक्षित क्लाउड आधारित प्लेटफॉर्म है जो इसके उपयोगकर्ता को अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों और प्रमाणपत्रों को ऑनलाइन सुरक्षित रखने, शेयर करने तथा सत्यापन करने की अनुमति प्रदान करती है. यह डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा संचालित है.

इसकी सुरक्षा की यदि बात करें तो इसकी प्रणाली अत्यधिक ही सुरक्षित है. उपयोगकर्ता को इसकी सेवा का लाभ उठाने के लिए अपना आधार और ओटीपी प्रदान करना पड़ता है. यह डिजिटल लॉकर व्यक्ति के आधार से जुड़ा होने के कारण एक व्यक्ति के पास एक ही डिजिलॉकर खाता हो सकता है. ज्ञात हो कि डिजिलॉकर भारत सरकार की महत्वपूर्ण पहलों में से एक है जो कि “डिजिटल इंडिया” पहल का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

आइये अब डिजिलॉकर की प्रमुख विशेषताओं के बारे में जानते हैं –

डिजिलॉकर की प्रमुख विशेषताएं और इसके लाभ

  • डिजिलॉकर एक डिजिटल लॉकर है जहाँ अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों की ई-कॉपी सुरक्षित ऑनलाइन रखी जा सकती है.
  • आप कुछ सर्टिफिकेट्स/डाक्यूमेंट्स सीधे सोर्स से अपने डिजिलॉकर अकाउंट में प्राप्त कर सकते हैं.
  • इसके जरिये आप अपने दस्तावेजों की प्रामाणिकता और वास्तविकता का सत्यापन आसानी से कर सकने में सक्षम होते हैं.
  • यह भारत के नागरिकों के लिए भारत सरकार द्वारा एक शुरू की गयी एक राष्ट्रीय “डिजिटल लॉकर” सेवा है
  • डिजिलॉकर द्वारा जारी किये गए दस्तावेज सत्यापन हेतु आपके भौतिक प्रमाण पत्र के समान ही मान्य होंगे.
  • इसके जरिये आप अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों का उपयोग कभी भी और कहीं से भी कर सकते हैं.
  • आपके उपयोगी प्रमाणपत्र की खोने की समस्या से छुटकारा.
  • आप अपने दस्तावेज भी इसके जरिये साझा (share) कर सकते हैं.
  • इसमें आप अधिकतम 10MB तक का फाइल अपलोड कर सकते हैं.
  • यहाँ आप पीडीएफ, जेपीईजी और पीएनजी फाइल अपलोड कर सकते हैं.
  • आप अपने दस्तावेजों को स्कैन करके इसमें अपलोड कर सकते हैं.
  • यह पहचान सत्यापित करने के लिए आधार का उपयोग करता है.
  • इसमें आपके महत्वपूर्ण दस्तावेज पूरी तरह से सुरक्षित और संरक्षित रहते हैं तथा इसका उपयोग सुविधाजनक है.

डिजीलॉकर अकाउंट कैसे बनायें?

डिजीलॉकर अकाउंट बनाने के लिए आपको इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. आइये step by step समझते हैं कि इसमें sign-up कैसे करते हैं.

  • सबसे पहले आपको डिजिलॉकर के डैशबोर्ड में एक्सेस करना होगा जिसकी URL – https://www.digilocker.gov.in/ है.
  • इसके बाद sign-up पर क्लिक करें. क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज ओपन होकर आएगा. (देखें निचे तस्वीर) –
  • जैसा की आप ऊपर तस्वीर में देख पा रहे हैं सबसे पहले अपना नाम दर्ज करें.

(नोट आपका नाम बिल्कुल आपके आधार कार्ड से मैच करना चाहिए)

  • इसके बाद अपने आधार के अनुसार जन्म की तारीख दर्ज करें.
  • अपना लिंग (gender) चुनें.
  • अपना मोबाइल नंबर डालें (इसी मोबाइल नंबर पर OTP आएगा).
  • 6 अंकों का security pin enter करें.
  • आप अपने ईमेल से लिंक करना चाहते हैं तो अपना ईमेल एड्रेस दर्ज करें.
  • अपना आधार नंबर डालें.

नोट (1) – आप बिना आधार नंबर डाले भी यहाँ अपना अकाउंट बना सकते हैं किन्तु इसकी सुविधाओं तक पूरी तरह पहुँच प्राप्त करने के लिए आपको अपने आधार से इसे सत्यापित करना होगा क्योंकि यह आपकी पहचान सत्यापित करने के लिए आधार का उपयोग करता है. इसलिए इसका उपयोग करने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए.

  • इसके बाद जैसे ही आप “submit” बटन में क्लिक करेंगे आपके द्वारा दर्ज किये गए मोबाइल नंबर पर OTP आएगा जिसे आपको एक निश्चित समय के अंदर दर्ज करना होगा.
  • इसके बाद आप अपना यूजरनेम सेट करें.
  • यूजरनेम सफलतापूर्वक सेट करने के बाद आप यूजरनेम और पासवर्ड की सहायता से sign in कर सकते हैं. अब आप डिजीलॉकर का इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.

DigiLocker का इस्तेमाल कैसे करें?

अब तक आप डिजिलॉकर पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में समझ चुके हैं और यह भी समझ चुके हैं कि इसमें आप अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को क्लाउड पर स्टोर कर सकते हैं. आइये अब यह समझने का प्रयास करते हैं कि इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं. जब आप सफलतापूर्वक डिजिलॉकर में साइन अप प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं उसके बाद इसमें आप अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों/प्रमाणपत्रों को आसानी से अपलोड कर सकते हैं या अपने कुछ डाक्यूमेंट्स को सीधे सोर्स से अपने डिजिलॉकर अकाउंट में प्राप्त कर सकते हैं.

DigiLocker में sign in करने के पश्चात आप “Upload Documents” के ऑप्शन में जाकर स्क्रीन पर उल्लिखित “अपलोड” बटन दबाकर आप एक बार में कई दस्तावेजों/प्रमाणपत्रों को अपलोड कर सकते हैं और save कर सकते हैं.

इस प्लेटफार्म के माध्यम से आप अपने अपलोड किए गए दस्तावेजों को share भी कर सकते हैं जिससे आपका कार्य और भी आसान हो जाता है. आप डिजिलॉकर मोबाइल एप्लीकेशन का भी इस्तेमाल अपनी सुविधा अनुसार कर सकते हैं. इसमें केवल इंडियन मोबाइल नंबर का उपयोग करके ही पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है.

डिजिलॉकर मोबाइल एप्लीकेशन क्या है?

दोस्तों डिजिलॉकर मोबाइल एप्लिकेशन भी आपके लिए उपलब्ध है जो Android और iOS दोनों उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है. आप चाहें तो इस मोबाइल ऐप को डाउनलोड करके भी आसानी से उपयोग कर सकते हैं.

अन्य महत्वपूर्ण बात

दोस्तों, यदि आप डिजिलॉकर का इस्तेमाल करते हैं तो यह इलेक्ट्रॉनिक रूप से आपके दस्तावेजों को स्टोर करने में आपकी काफी मदद कर सकता है और आपके लिए इसका इस्तेमाल करना काफी सुविधाजनक हो सकता है. DigiLocker द्वारा जारी किये गए दस्तावेजों (DigiLocker verified documents) को आप अपने आवश्यकतानुसार सत्यापन के लिए उपयोग कर सकते हैं और ज्ञात हो कि इसके द्वारा जारी किये गए दस्तावेज आईटी अधिनियम, 2000 के अनुसार मूल दस्तावेजों के बराबर मान्य माने जायेंगे.

अंत में उम्मीद करता हूँ कि आपको यह लेख DigiLocker kya hai in Hindi जरूर पसंद आयी होगी

Lal Anant Nath Shahdeo

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

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