फेसबुक के बारे में 21 रोचक तथ्य, Facebook एक ऐसा नाम जिससे हम सभी भलीभांति परिचित हैं. वर्तमान समय में यह लोगों की जरुरत बन गयी है. फेसबुक आज के समय में लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. आज के लेख में हम फेसबुक के बारे में कुछ रोचक तथ्य के बारे में जानेंगे . आशा करता हूँ की आपको ये जानकारी जरुर पसंद आएगी. तो चलिए जानते हैं की facebook क्या है?
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फेसबुक क्या है?
Facebook एक Social networking website है, जहाँ उपयोगकर्ता live chat, तस्वीरें साझा, comment post कर सकता है. live chat करना और short video इसके द्वारा देखा जा सकता है साथ ही साथ यहाँ वेब पर सामाचार या अन्य रोचक सामग्री पर लिंक पेस्ट किया जा सकता है.
आप चाहें तो अपना खुद का पेज व ग्रुप बना सकते हैं. यह निशुल्क उपयोग की जाने वाली एक समाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट है जहाँ आप अपने परिवार, परिचितों, मित्रों से संपर्क में रह सकते हैं. अपने विचारों को आदान – प्रदान करने का यह एक popular माध्यम है.
Facebook के बारे में रोचक तथ्य
- The Facebook ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि आरम्भ में इसका नाम यही था – “द फेसबुक”
- हॉवर्ड का एक छात्र मार्क जुकरबर्ग ने अपने कुछ साथियों एडूआर्दो सवेरिन, डीउस्टीन मोस्कोविट्ज़ और क्रिस ह्यूज के साथ मिलकर इसकी शुरुआत 2004 में की थी.
- आरम्भ के कुछ महीने बाद ही यह नेटवर्क पुरे यूरोप में लोकप्रिय हो गयी.
- फेसबुक पर अन्य भाषाओं के साथ हिंदी भाषा की भी सुविधा है.
- वर्ष 2005 में इसका नाम द फेसबुक से बदलकर फेसबुक कर दिया गया.
- फेसबुक की सुविधा विश्वव्यापी और काफी लोकप्रिय है.
- यह मेनलो पार्क कैलिफ़ोर्निया में स्थित है.
- बदलते वक़्त के साथ फेसबुक भी updated होता जा रहा है.
- यह facebook.com नाम से रजिस्टर्ड है.
- फेसबुक की प्रिसिद्धि को देखते हुए बड़ी – बड़ी कम्पनियाँ अपने व्यापर को बढ़ावा देने के लिए इससे जुडी हुई हैं.
- Google और YouTube के बाद फेसबुक दुनिया की तीसरी सबसे लोकप्रिय साइट है.
- 25 से 34 साल के बीच के लोग फेसबुक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.
- लगभग हर सेकंड एक नया फेसबुक प्रोफाइल बनाया जाता है.
- फेसबुक पर लाखों फर्जी प्रोफाइल हैं.
- फेसबुक मैसेंजर फेसबुक की सबसे लोकप्रिय सेवाओं में से एक है.
- फेसबुक मुख्य रूप से नीला है क्योंकि इसके फाउंडर मार्क जुकरबर्ग लाल-हरे कलर ब्लाइंडनेस से पीड़ित हैं.
- फेसबुक पर हर महीने करीब 2.5 अरब तस्वीरें अपलोड की जाती हैं और यह आंकड़ा दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है.
- फेसबुक पर मरे हुए लोगों के करोड़ों अकाउंट हैं.
- फेसबुक पर हर दिन लाखों अकाउंट हैक करने की कोशिश की जाती है, ऐसे में आपको सावधान हो जाना चाहिए.
- दुनिया में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले आधे से ज्यादा लोग फेसबुक से जुड़े हुए हैं.
- अगर आप फेसबुक होमपेज पर हैं तो आपका यूआरएल https://www.facebook.com होता है और अगर आप इस यूआरएल के आगे सिर्फ /4 जोड़ देंगे तो आप सीधे मार्क जकरबर्ग के वॉल पर पहुंच जाएंगे.
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Digital दुनिया और फेसबुक
संचार के साधनो में आश्चर्यचकित कर देने वाली गति 21वीं सदी में पुरे विश्व में क्रांतिकारी साबित हुई है. ऐसा प्रतीत होता है जैसे मानो पूरी दुनिया हमारी पहुँच में है. आज के समय में इन्टरनेट किसी मायाजाल से कम नहीं है जो पलक झपकते किसी के साथ जुड़ने में सहायक है. वर्तमान दुनिया की वास्तविक स्वरुप जो हम देख रहे हैं केवल और केवल इन्टरनेट के कारण ही संभव हो पाया है.
कल्पना कीजिये यदि अभी हमारे जीवन से इन्टरनेट गायब हो जाये तो हम कहाँ पहुँच जायेंगे? इन्टरनेट के जरिये लोग ग्रुप बनाने लगे जिसे सोशल नेटवर्किंग कहा जाता है और इसतरह के बहुत सारे सोशल नेटवर्क मौजूद है.
सारे सोशल नेटवर्क के बीच में फेसबुक का महत्वपूर्ण स्थान है, यूँ कहें तो सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. मनुष्य एक सामजिक प्राणी है जो अपने हिसाब से अपना दुनिया बनाता है.
डिजिटलिकरण वर्तमान समय की जरुरत है किन्तु सावधान!
लगातार असली दुनिया डिजिटल दुनिया में परिवर्तित होते जा रही है और इसे संभव बनाने में फेसबुक का अहम् योगदान है. फेसबुक के फायदे अनेक हैं और उदेश्य भी नेक हैं किन्तु इसका उपयोग करने वाले लोग कितना संतुलित हैं ये उनके ऊपर निर्भर है. विज्ञान ऊँचाइयों में पहुँच चूका है.
तरक्की जरुरी है किन्तु ये भी सत्य है की हम मानसिक तौर पर नीरस होते जा रहे हैं. कारण क्या है? हम घंटों फ़ोन पर बातें करते हैं, इन्टरनेट पर समय व्यतीत करते हैं, चैटिंग करते हैं इत्यादि.
डिजिटल दुनिया के साथ – साथ असली दुनिया में भी क्रियाशील रहें
जरा सोचिये समय सिमित है और हम अत्यधिक समय डिजिटल दुनिया में प्रतिदिन गंवाते हैं तो असली दुनिया के लिए हमारे पास समय बचता ही नहीं है. परिणामस्वरुप हम लोगों से कटते जाते हैं फलस्वरूप पारिवारिक आकर्षण कमजोर पड़ने लगते हैं.
सामाजिक रूप से हम टूट चुके होते हैं, बच्चे जिन्हें दोस्तों के साथ खेलना काफी मनोरंजक होता है; वो भी आजकल डिजिटलिकरण से प्रभावित हो खेल के प्रति उदासीन होते जा रहे हैं.
इसमें दोष डिजिटल दुनिया की नहीं है. ये तो वो क्रांति है जो दुनिया बदल दी है बस जरुरत है हमे जीवन में इसका उपयोग संतुलित अवस्था में करना है. हमे जुड़ना है टूटना नहीं है.
O my God, facebook के बारे में इतना ज़बरदस्त जानकारी पहली बार जानने को मिला, आपलोग इसी तरह नए नए चीजें बताते रहिए ताकि हम जैसे को नया सीखने को मिलेगा ।