Financial tips in hindi, जी हाँ दोस्तों आज का हमारा विषय यही है. आप सभी जानते ही होंगे कि वर्तमान की जरूरतों को पूरा करने के लिए तथा अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ‘पैसा’ कितना जरुरी होता है.
पैसों की जरुरत को सभी जानते हैं किन्तु इसका प्रबंधन (management) कैसे करें ये बात बहुत कम लोग ही समझ पाते हैं.
जीविका के लिए लगभग सभी लोग पैसा कमाते हैं किन्तु उचित तरीके से पैसे को manage करने का तरीका बहुत कम लोगों के पास ही होता है. Financial management (वित्त प्रबंधन) आर्थिक जगत का एक अनिवार्य हिस्सा है.
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Financial tips in hindi : फाइनेंसियल टिप्स इन हिंदी
“The philosophy of the rich and the poor is this : The rich invest their money and spend what is left. The poor spend their money and invest what is left.” – Robert Kiyosaki
अमीर और गरीब की सोंच के बीच अंतर : अमीर अपना पैसा निवेश करते हैं और जो बचा हुआ पैसा है उसे खर्च करते हैं। गरीब अपना पैसा खर्च करते हैं और जो बचा हुआ पैसा है उसे निवेश करते हैं – रोबर्ट कियोसाकी
Robert Kiyosaki पूरी दुनिया में पैसे कमाने की अपनी सोंच के लिए प्रसिद्ध हैं. Financial freedom को लेकर इन्होने दुनिया को एक नयी सोंच प्रदान की है.
इनकी पहचान एक प्रसिद्ध लेखक (इन्होने बहुत सारी किताबें लिखी है किन्तु ‘rich dad poor dad’ सबसे ज्यादा पढ़ी जानेवाली और बिकनेवाली किताब है), सफल businessman, सफल निवेशक और प्रेरक वक्ता के रूप में है.
इनके बारे में फिर कभी विस्तार से जानेंगे किन्तु आज इन्ही की इस महत्वपूर्ण विचार के साथ आगे बढ़ते हैं.
Financial Planning
फाइनेंसियल प्लानिंग से मेरा तात्पर्य है कि सोंच समझकर अपने भावी भविष्य के लिए वित्तीय योजना तैयार करना. यदि आपका future में कोई goals है और उसे आपको achieve करना है तो आपको financial planning कर लेनी चाहिए.
पैसों का सही management करके आप future goals को achieve कर सकते हैं. इसे एक छोटे से उदाहरण के द्वारा समझने का प्रयास करते हैं –
मान लेते हैं कि आज से 10 साल के बाद आपको एक flat खरीदना है. आप अनुमान लगाते हैं कि यदि 10 साल के बाद flat ख़रीदा जाए तो उसकी अनुमानित कीमत होगी पचास लाख. आपने अनुमान तो लगा लिया कि 10 साल के बाद आपको फ्लैट खरीदने के लिए पचास लाख रुपया की जरुरत होगी.
इतने पैसों का प्रबंध कैसे होगा? इसी प्रश्न का उत्तर पाने के लिए आप जो प्लानिंग करते हैं, यही प्रश्न और उत्तर का दस्तावेज फाइनेंसियल प्लानिंग कहलाता है.
आप कौन से कदम उठाएंगे?
ऐसी स्तिथि में आप ये सोचना शुरू कर देंगे कि कहाँ, कैसे और कितना बचत/निवेश करें कि 10 साल के बाद आपके पास पचास लाख का इन्तिजाम हो जाए.
आसान शब्दों में यदि कहा जाए तो वास्तव में फाइनेंसियल प्लानिंग भविष्य में होनेवाली पैसों की जरूरतों को पूरा करने का एक प्रबंधित तरीके से की जानेवाली प्रक्रिया है. इसे पूरा करने के लिए भिन्न – भिन्न लोगों के द्वारा विभिन्न तरीके अपनाये जाते हैं जैसे – fixed deposit, Insurance, Mutual fund आदि.
Financial planning करने के कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं :-
(1) अपना लक्ष्य निर्धारित करना
फाइनेंसियल प्लानिंग करने के लिए सबसे पहला कदम है वित्तीय लक्ष्य निर्धारण करना. वित्तीय लक्ष्य के निर्धारण से मेरा तात्पर्य है की भविष्य में पैसे की लागत के हिसाब से अभी से ही पैसों की बचत के बारे में सोंचना. मान लेते हैं कि 15 साल के बाद आपको किसी कार्य को करने के लिए 25 लाख रुपियों की जरुरत होगी.
इतने पैसों की प्रबंधन करने के लिए आप अपना एक लक्ष्य निर्धारण करेंगे की कब, कहाँ और कैसे बचत/निवेश किया जाय कि निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हो सके.
(2) मासिक (monthly) बजट
सभी लोगों को चाहे वो जितना भी पैसा कमाता हो ‘monthly budget’ जरुर बनाना चाहिए. इसका फ़ायदा यह होता है कि आपको प्रत्येक महीने Income & Expenditure कितना है इस बारे में सटीक जानकारी प्राप्त होगी. इस बात को बहुत से लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं किन्तु यह आपके प्रत्येक महीने हो रहे फालतू खर्चे को बचाने में सहायक होगी.
(3) Investment Portfolio
Portfolio Income से आशय है कि अलग – अलग निवेश से होनेवाली आय. आप अलग – अलग investment schemes में निवेश करके एक मजबूत investment portfolio बना सकते हैं. Mutual fund, Fixed deposit, Stock आदि से होनेवाली आय इसमें सम्मिलित है.
वैसे लोग mutual fund में निवेश कर सकते हैं जो लोग जोखिम उठाने से घबराते हैं.
(4) वित्तीय सुरक्षा
भविष्य में कब क्या होगा इसका अनुमान कोई नहीं लगा सकता है किन्तु इसकी सुरक्षा का उपाय हम पहले कर सकते हैं. इसे आप फाइनेंसियल प्लानिंग का एक अहम् हिस्सा मान सकते हैं. वित्तीय सुरक्षा के लिए आप जीवन बिमा का विकल्प चुन सकते हैं.
अपने पैसे को सुरक्षित निवेश करना आपकी जिम्मेदारी है. Insurance policy कितना महत्वपूर्ण होता है ये बात वही समझ सकता है जिसके साथ कोई दुर्घटना घटती है.
(5) टैक्स बचाएं
आप सोंच रहे होंगे की टैक्स कैसे बचाया जा सकता है? यदि आप salaried employee हैं तो आप बहुत सारे विकल्पों को अपनाकर tax में deduction प्राप्त कर सकते हैं. जैसे की कई सारे investment schemes, ELSS mutual fund, employee provident fund, सुकन्या समृद्धि योजना, PPF आदि.
(6) निवेश पर नजर
आपने जो निवेश किया है उसपे आपको लगातार नज़र रखनी होगी. फाइनेंसियल प्लानिंग का यह एक महत्वपूर्ण पहलू है. बाज़ार में न जाने कितने बदलाव होते रहते हैं. हो सकता है आपके प्लान के मुताबिक आपको return ना मिले. आपने अपने निवेश से 12 percent return के बारे में सोंचा हो किन्तु आपको 8 percent return ही प्राप्त हुआ. ऐसे स्तिथि में आपको अपने निवेश को बदलने की जरुरत होगी.
आप अपना निवेश तभी बदल सकते हैं जब आपको सही स्तिथि का ज्ञान होगा इसीलिए निवेश पर लगातार नज़र रखना जरुरी है.
Types of Income
बहुत सारे लोगों को ये पता नहीं होता या इस ओर ध्यान नहीं देते हैं की आय के भी कई रूप होते हैं. ज्यादातर लोगों का ध्यान active income की ओर ही जाता है जैसे नौकरी या व्यवसाय.
दूसरा होता है passive income, इसमें आपको एक प्रकार का सिस्टम तैयार करना पड़ता है जो आपको बैठे – बिठाये income देता है. इसमें आपको ज्यादा कुछ नहीं करना होता है बल्कि आपके बनाये गये सिस्टम काम करता है जैसे : किराया से होनेवाला आय, कोई लेखक/कवि को मिलने वाली रॉयल्टी, वेबसाइट से होनेवाला आय आदि.
तीसरा आय का तरीका होता है निवेश से होनेवाला आय. इसे Portfolio Income कहा जाता है.
हमारा निष्कर्ष
फाइनेंसियल प्लानिंग हम सभी को करनी चाहिए. हमारी ज़िन्दगी में कई ऐसे महत्वपूर्ण कार्य होते हैं जैसे : बच्चों की उच्च शिक्षा, शादियाँ, घर, रिटायरमेंट के बाद का जीवन, गाड़ियाँ आदि कुछ हमारे जीवन के बड़े खर्चे होते हैं. कुछ लोग जो शुरू से फाइनेंसियल प्लानिंग नहीं करते हैं किसी ऐसी ही स्थिति में कर्ज लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं.
कुछ लोग सोंचते हैं कि हम आम लोग हैं और हमारी आय भी अधिक नहीं है और मुझे इसकी कोई जानकारी भी नही है तो हम फाइनेंसियल प्लानिंग कैसे करें. ये सोंच गलत है और आपके आर्थिक जीवन की प्रगति में बाधक है. थोड़ी सी कोसिस करके आप भी यह काम कर सकते हैं और यदि आप यह काम खुद नहीं करना चाहते हैं तो आप किसी financial planner या advisors की मदद ले सकते हैं.
निवेश एक बहुत बड़ा विषय है जहाँ पर आप पैसे से पैसा कमाना सीखते हैं इसीलिए लगातार सीखते रहिये. हम आगे भी इस तरह के विषय पर लगातार आपके लिए लेख लाते रहेंगे. धन्यबाद.