हिंदी दिवस कब मनाया जाता है? : आप सभी जानते हैं कि देवनागरी लिपि में लिखी जानेवाली भाषा “हिंदी” भारत की राष्ट्र भाषा है. हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिलने के उपरांत प्रत्येक वर्ष ‘हिंदी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है.
क्या आप जानते हैं कि हिंदी दिवस कब मनाया जाता है? हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है? प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस यदि मनाया जाता है तो इसे मनाने का कोई न कोई उद्देश्य जरुर होगा आदि तमाम प्रश्नों का उत्तर यदि आप जानना चाहते हैं तो इस लेख को आपको पूरा पढना चाहिए.
इस बात से हम इनकार नहीं कर सकते हैं कि दिनोदिन अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है और इसका एक महत्वपूर्ण कारण ये भी है कि अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल विश्वस्तर पर किया जाता है. अपने देश की यदि बात की जाए तो जो लोग अंग्रेजी में बात कर सकते हैं उन्हें ज्यादा पढ़ा – लिखा और समझदार समझा जाता है.
हमें अंग्रेजी सीखनी चाहिए क्योंकि इसे सीखना समय की जरुरत है किन्तु इसका मतलब ये नहीं है की हम अपनी मातृभाषा को छोड़ दें. मेरा मानना है कि हमसे जहाँ तक संभव हो सके हमें हिंदी का ही प्रयोग करना चाहिए क्योंकि यही हमारी पहचान है. हम अंग्रेजी सीखेंगे किन्तु सोंच हमारी हिंदी ही होगी और इस भाषा का प्रयोग करते हुए हम गौरव महसूस करेंगे.
हिंदी कितनी खूबसूरत भाषा है कोई राष्ट्रकवि दिनकर से पूछे, कोई सुमित्रानंदन पंत से पूछे या आचार्य रामचंद्र शुक्ल से पूछे. ऐसे कई हिंदी साहित्यकार हैं जिन्होंने इस भाषा के विकास और विस्तार के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये हैं.
मुझे इस बात से ख़ुशी होती है कि हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा कई कदम उठाये जाते हैं. ऐसे अनगिनत कवि, लेखक और आम लोग हैं जो हिंदी को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. ऐसा नहीं है कि विश्व पटल पर हिंदी भाषा को कोई नहीं जानता है, जानता है और वर्तमान समय में हिंदी की पहचान बढ़ी है.
हिंदी हमारी पहचान है ; इसके लिए सिर्फ कोई एक ख़ास दिन ही क्यों? यह तो हमारी रोजमर्रा की ज़िन्दगी से जुडी हुई है. मेरा मानना है कि प्रत्येक दिन ही हमारा हिंदी दिवस है फिर भी चलिए जानते हैं कि आधिकारिक तौर पर – हिंदी दिवस कब मनाया जाता है? Hindi diwas kab manaya jaata hai?
हिंदी दिवस कब मनाया जाता है?
14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा के निर्णयानुसार हिंदी को ही भारत का राजभाषा के तौर पर चयन किया गया. हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिलने बाद पहली बार भारत में 14 सितम्बर 1953 को ‘हिंदी दिवस’ मनाया गया था.
प्रत्येक वर्ष हिंदी भाषा के प्रति लोगों की जागरूकता बढाने के उद्देश्य से 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है.
आपको बता दें कि व्यौहार राजेंद्र सिन्हा द्वारा हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए किया गया लम्बा संघर्ष अविस्मर्णीय है. इस क्षेत्र में कई ऐसे साहित्यकार हैं जिनका योगदान अतिमहत्वपूर्ण है जैसे – सेठ गोविन्ददास, मैथिलीशरण गुप्त, हजारीप्रसाद द्विवेदी आदि.
Hindi Diwas क्यों मनाया जाता है?
मुझे इस बात का अफ़सोस होता है कि जिस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए ‘हिंदी दिवस’ मनाया जाता है ऐसे कई छात्र – छात्राएं हैं जिन्हें ये भी मालूम नहीं होता है कि – हिंदी दिवस भी कोई चीज है. कहीं न कहीं ये बात इस ओर इंगित करती है कि इसमें जागरूकता की कमी है.
संविधान द्वारा हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया जिसका उल्लेख संविधान के अनुच्छेद 343 में मिलता है. हिंदी भारत देश की आधिकारिक भाषा है और इसी ख़ुशी में हम हिंदी दिवस मनाते हैं फिर भी इसे मनाने के मूल उद्देश्य और भी हैं.
हम सभी जानते हैं कि वर्तमान दौर में चाहे नौकरी पाना हो, इंटरव्यू देना हो, स्कूल – कॉलेज में, दफ्तरों आदि में अंग्रेजी भाषा को ही प्राथमिकता दी जाती है. लोगों को हिंदी के प्रति जागरूक करने, इसकी प्रचार – प्रसार करने आदि उद्देश्य से हिंदी दिवस मनाया जाता है.
हिंदी दिवस पर विशेष
एक अति महत्वपूर्ण बात मैं बताने जा रहा हूँ जिसपर हम सभी को गौर करना है. हमारे देश में हिंदी भाषी लोगों की एक बहुत बड़ी जनसँख्या है लेकिन जब हम हिंदी बोलते हैं तो इस भाषा के बीच – बीच में हम अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हैं जिसके कारण हिंदी के कई ऐसे शब्द हैं जो प्रचलन से हट गये और उनके स्थान पर अंग्रेजी भाषा आ गयी.
हम हिन्द देश के निवासी हैं, हम हिंदी हैं, हमारी पहचान हिंदी से है इसलिए हिंदी के प्रति हमारा भी कुछ कर्तव्य है. हम क्या कर सकते हैं?
हम हिंदी के महान साहित्यकारों की रचना पढ़कर हिंदी भाषा को और समृद्ध और खुद के हिंदी ज्ञान को उन्नत कर सकते हैं. सोशल साइट्स पर अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी भाषा का प्रयोग कर सकते हैं.
याद रहे हम हिंदी भाषा का जब तक प्रयोग करेंगे तब तक अपनी संस्कृति से जुड़े रहेंगे.