Liabilities kya hai? what is liabilities?, Hello friends! कैसे हैं आप? आप सभी का आर्यवर्ता टॉक – हिंदी में जानकारी में स्वागत है. आज का हमारा जो टॉपिक है इसमें हम जानेंगे कि Liabilities (दायित्व) क्या है?
दोस्तों मैं आपको यहाँ पर एक बात बताना चाहता हूँ कि एकाउंटिंग एक मजेदार विषय है किन्तु यह और मजेदार तब हो जाता है जब एकाउंटिंग से सम्बंधित प्रत्येक विषय का concept पूरी तरह से clear हो.
वैसे तो एकाउंटिंग से सम्बंधित बहुत सारे विषय हैं लेकिन आज जो topic हम cover करेंगे वो है – Liabilities यानि दायित्व. यह हम सभी को पता है कि liabilities accounting term में बहुत की common word है. किसी भी व्यवसाय के साथ – साथ हमारे दैनिक जीवन में भी assets और liabilities का महत्वपूर्ण रोल होता है.
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Liabilities kya hai?
Liabilities जिसे हिंदी में दायित्व, कर्ज या ऋण कहा जाता है. एक वाक्य में हम इसे इसप्रकार परिभाषित कर सकते हैं – वह धन जो किसी दुसरे को देना है liabilities कहलाता है. यह वो देनदारियां या ऋण है जो किसी व्यवसायिक इकाई को भविष्य में किसी समय में भुगतान करना है. व्यवसाय चाहे छोटा हो या बड़ा कभी न कभी उसे उधार लेने की या उधार की वस्तुएं खरीदने की अवश्यक्ता पड़ती है.
Types of Liabilities
Liabilities दो प्रकार के होते हैं
Current Liabilities
Non Current Liabilities
Current Liabilities क्या है?
ऐसी दायित्व जिसका भुगतान एक वित्तीय वर्ष (one financial year) या इससे कम अवधि में करना होता है – current liabilities कहलाती है. इसे short term liabilities भी कहा जाता है. यह ऐसा ऋण है जिसका भुगतान financial year यानि short term में चुकाना पड़ता है.
Current liabilities के उदाहरण :
Short term borrowings
Payments to employee
Bank overdraft
Outstanding expenses
Short term loan
Tax paying
Light & Electricity bill
Other current liabilities
Non – Current Liabilities क्या है?
ऐसी दायित्व जिसका भुगतान एक वित्तीय वर्ष (one financial year) या इससे भी लम्बी अवधि के बाद चुकाना होता है non current liabilities कहलाती है. यह एक long term liabilities है. इसके अंतर्गत ऐसे ऋण आते हैं जिसका भुगतान करने के लिए हम एक financial year से ज्यादा समय लेते हैं. यह एक लम्बी अवधि में चुकाया जानेवाला ऋण है.
Example of non current liabilities :
Long term borrowings
Long term provisions
Deferred Tax Liabilities
Other long term liabilities
Balance sheet में Liabilities
बैलेंस शीट में दो पक्ष होते हैं एक assets का और दूसरा liabilities का यानि कि एक assets पक्ष और दूसरा liabilities पक्ष. व्यापार से सम्बंधित सभी दायित्व liabilities पक्ष में लिखे जाते हैं जैसे : Capital, Bank loan, Creditor इत्यादि. Balance sheet के बाएं पक्ष को Capital & Liabilities कहा जाता है.