New Traffic Rules 2019 kya hai? जानिये क्या है संशोधित motor vehicle act

New Traffic Rules 2019 kya hai? सड़क दुर्घटना के मामलों में भारत एक अग्रणी देश है. यहाँ पर सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों की संख्या बहुत ज्यादा है. जनसँख्या में वृद्धि होने के साथ – साथ सड़क में वाहनों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. ट्रैफिक नियमों की धज्जियाँ धडल्ले से उड़ाई जा रही है.

लोग ट्रैफिक नियंत्रण हेतु बनाये गये नियमों को तोडना अपनी शान समझने लगे. सड़क पर आपको ऐसे बहुत से लोग दिख जायेंगे जो अनियंत्रित गति से अपनी वाहनों को भगाते हैं.

New Traffic Rules 2019 kya hai?

ऐसे लोगों के बारे में क्या कहा जाए जिन्हें आपनी जान की परवाह नहीं है वो दूसरों की जान का परवाह क्यों करेंगे? जरा सोचिये! घर पर आपका कोई इंतिजार कर रहा है. ट्रैफिक नियमों का पालन जुर्माने के डर से नहीं बल्कि सड़क यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए, अपनी सुरक्षा के लिए साथ ही साथ दूसरों की सुरक्षा के लिए करें.

दुर्घटना से देर भली !

कुछ लोगों को ये कहते मैंने सुना है की जुर्माने की राशि है या लूट मचा रखा है. ऐसे लोगों से से मैं कहना चाहता हूँ की यदि लोगों के मन में अपराध का भय नहीं होगा तो वे अपराध करना नहीं छोड़ेंगे. नए ट्रैफिक नियमों का उद्देश्य केवल लोगों के अन्दर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने का भय भरना है.

ट्रैफिक नियमों को लेकर बहुत सारे जागरूकता अभियान चलाये गये हैं किन्तु परिणाम कुछ नही निकला. जागरूकता से जो काम न हो सका वो काम भारी जुर्माने के भय से हो रहा है.

हमें इस नए ट्रैफिक नियमों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि लोगों की जान की कीमत आप जुर्माने की राशि से नहीं लगा सकते हैं. सरकार की इस नयी पहल में हमें एक जिम्मेदार नागरिक कि तरह साथ देना चाहिए. ट्रैफिक नियमों के तहत बनाये गये सभी मानदंडों को हमें पालन करना चाहिए.

सड़क दुर्घटना पर एक रिपोर्ट

आये दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं का यदि हम आकलन करें तो इसके पीछे हमें बहुत सारे कारण प्राप्त हो जायेंगे किन्तु इसके जो मुख्य कारण हैं जिसके चलते ज्यादातर दुर्घटनाएं होती है आज हम उसी की चर्चा करेंगे.

हमें डर से नहीं बल्कि सुरक्षा के लिहाज से सड़क नियमों का पालन करना चाहिए. तो आइये जानते हैं हो रही सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण क्या हैं:

अप्रशिक्षित चालक : ऐसे लोगों की संख्या बहुत है जिन्हें नियंत्रित रूप से वाहन चलाना नही आता है. ऐसे लोग सड़क सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक साबित होते हैं. ऐसी श्रेणी में युवा या अवयस्क चालकों की संख्या ज्यादा है.

ऐसे लोगों को भय या जागरूकता के आधार पर नियंत्रित करना आवश्यक है. क़ानून हर जगह काम नहीं कर सकती जरुरत है ऐसे लोगों को वाहन देने से पहले उनके अभिभावक को ध्यान देना चाहिए.

ओवरलोड : क्षमता से अधिक वजन ढोना भी सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में से एक है. ऐसी सोंच वाले लोगों की भी कमी नहीं है जो ये सोंचते हैं कि हमारे पास लाइसेंस है, बीमा है, किसी को भी ठोक दो क्या फर्क पड़ेगा ? कुछ दिनों बाद जमानत मिल जाएगी, उसके बाद लड़ते रहो मुकदमा, बाकी का नुकसान बीमा कंपनी भर देगी.

ओवरलोडिंग के कारण कमाई ज्यादा होती है. क्या आपको नही लगता की इस तरह के लचीले क़ानून को सख्त करना आवश्यक है? जो लोग कानून को अपने हाथ पर रखते हैं वैसे ही लोगों के लिए सरकार मजबूर होकर सख्त कानून बनाती है.

शराब पीकर वाहन चलाना : यह सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण है. जो खुद होश में नहीं है वो वाहन को नियंत्रित कैसे कर पायेगा? इस विषय में भी लोगों का अपना – अपना तर्क है. कुछ चालकों का कहना है की हमें चौबिसों घंटे ड्यूटी करनी पड़ती है ऐसे में हम नशा नही करेंगे तो हमें नींद आएगी.

यह तर्क बिल्कुल ही असंगत है तथ्य तो यह है की नशा करने के बाद मनुष्य का शारीर तो जगा हुआ होता है किन्तु दिमाग धीरे – धीरे सो जाता है और ऐसी ही स्तिथि में हादसे होते हैं.

ख़राब सड़कें : सड़क दुर्घटना होने का एक कारण ख़राब सड़के का होना भी है. कई बार ऐसा होता है कि सड़कें ख़राब होने के कारण वाहन चालाक अपना नियंत्रण खो बैठते हैं और किसी अप्रिय हादसा का शिकार हो जाते हैं. परिस्थिथि तब और भी बिगड़ जाती है जब वाहन की रफ़्तार ज्यादा हो.

मेरा आपसे अपील है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करें, दो पहिया वाहन चला रहे हैं तो हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें, चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट अवश्य लगायें, हमेशा नियंत्रित गति या वाहन के लिए तय किये गये सुरक्षित गति से ही वाहन चलायें, ओवरलोडिंग से बचें.

किसी भी मोड़ या संकरी जगह या ज्यादा ट्रैफिक वाले जगहों पर ओवरटेक ना करें, भूलकर भी शराब पीकर ड्राइविंग ना करें, ड्राइविंग के वक्त सेल फ़ोन का प्रयोग ना करें और ना ही हैडफ़ोन का प्रयोग करें,यदि आपके पीछे एम्बुलेंस है तो उसे रास्ता दें, किसी हादसे का शिकार हुए जरूरतमंद का मदद कर अपनी मानवता का परिचय दें इत्यादि.

अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें 

याद रखें आपकी जिंदगी के साथ किसी और की जिंदगी जुडी हुई है, आपसे बहुतों की भावनाएं जुडी हुई है, आपकी सलामती के लिए कोई दुआ मांगता है, इसीलिए आपका सुरक्षित रहना जरुरी है. हो सकता है आपको अपनी फिक्र नहीं किन्तु जिन्हें आपके लिए फिक्र है उनके लिए ही सही सड़क सुरक्षा का ख्याल रखें.

आप सुरक्षित तो देश सुरक्षित. सरकार द्वारा बनाये गये सड़क यातायात कानून भी तो आपकी सुरक्षा के लिए ही है इसीलिए इसका सम्मान करें.

क्या है संशोधित motor vehicle act?

1 सितम्बर 2019 से संशोधित motor vehicle act लागू हो गया है. इस नियम के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माने की राशी बढ़ा दी गयी है. इसके बाद से ही बड़ी संख्या में लोगों के चालान कट रहे हैं. नए नियमों के मुताबिक पहले के मुकाबले जुर्माने की राशि काफी अधिक हो गयी है.

नए नियम के मुताबिक ड्राइविंग के दौरान मोबाइल से बात करना, गलत दिशा में ड्राइव करना, ट्रैफिक जम्प करना इनको खतरनाक ड्राइविंग category में रखा गया है और इन नियमों का पालन नही करने पर भारी जुर्माना का प्रावधान किया गया है.

नये नियम के तहत जुर्माने की राशि

  • सामान्य : 500 रुपये
  • हेलमेट न पहनने पर : 1000 से 1500 रुपये
  • बिना लाइसेंस गाड़ी चलने पर : 5000 रुपये
  • शराब पीकर गाडी चलाने पर : 10000 रुपये
  • Pollution violation ; 10000 रुपये
  • सीमा से अधिक गति होने पर : 5000 रुपये
  • बिना परमिट गाड़ी चलाना : 10000 रुपये
  • सीट बेल्ट : 1000 रुपये
  • Insurance नहीं रहने पर : 2000 रुपये
  • ओवरलोडिंग : 20000 रुपया और 2000 रुपया प्रति टन
  • इमरजेंसी वाहनों को रास्ता नही देने पर : 10000 रुपया इत्यादि.

अंतिम बात : 

नोट : जुर्माने की राशि कम या ज्यादा हो सकता है इसे आप अपने स्तर से जांच कर लें. प्राप्त आकड़ों के तहत हमने ये डाटा तैयार किया है जिसकी जिम्मेदारी वेबसाइट अर्यावर्ता टॉक नही लेता है.

अंत में मेरा आपने परामर्श यही है की आप अपनी गाढ़ी कमाई जुर्माने के रूप में देने से पहले अपनी जरुरी दस्तावेज दुरूस्त कर लें, ट्रैफिक नियमों का पालन करें, सुरक्षित रहें. आशा करता हूँ आज का मेरा ये लेख New Traffic Rules 2019 kya hai? आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगी. धन्यवाद!

Lal Anant Nath Shahdeo

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

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