OTP kya hai? What is the full form of OTP in Hindi?

OTP kya hai? : जब हम digital world में प्रवेश करते हैं तो यह सुनिश्चित होना चाहिए कि हमारा व्यक्तिगत डाटा और हमारा account दोनों ही किसी अज्ञात व्यक्ति से पूरी तरह सुरक्षित हो. मौजूदा दौर में लोग ज्यादातर काम ऑनलाइन ही कर लेते हैं जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, रिचार्ज, नेट बैंकिंग, पैसे भुगतान करना आदि और ऐसे कार्यों के लिए हमारे पास ऐसा सुरक्षा कवच होना चाहिए जिसे कोई भेद न सके.

जब पैसों का लेनदेन ऑनलाइन करना हो तो हमारे पास सुरक्षा का एक उन्नत स्तर होना चाहिए ताकि हमारी मेहनत की कमाई के साथ कोई धोखा न कर सके. मान लीजिये किसी कारणवश हमारा username और password किसी गलत हाथों में लग गया तो हमें बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.

ऐसी स्तिथि में उपयोगकर्ता को प्रमाणित नहीं किया जा सकता है क्योंकि जिसके पास सम्बंधित खाता का username और password होगा वही उस खाता को आसानी से एक्सेस कर सकता है. ऐसी ही समस्या का समाधान हेतु “OTP” अस्तित्व में आया ताकि उपयोगकर्ता का account पूरी तरह सुरक्षित हो सके.

वास्तव में OTP उस वक़्त हमारे लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच के रूप में लाभदायक सिद्ध होता है जब कोई अन्य व्यक्ति हमारी जानकारी के बिना हमारे account में लॉगिन करने की कोशिश करता है.

आपका पॉसवर्ड भले ही किसी गलत हाथों में चला जाये फिर भी वह आपके अकाउंट को बगैर OTP के access नहीं कर सकता है, और ज्ञात हो कि यह केवल उपयोगकर्ता के पंजीकृत मोबाइल नंबर (Registered Mobile Number) या ईमेल आईडी पर ही भेजा जाता है जिसकी जानकारी केवल उसे ही हो सकती है.

इसतरह से हम कह सकते हैं कि जिस अकाउंट में OTP protection होता है वह सुरक्षा के लिहाज से काफी मजबूत हो जाता है.

OTP से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातों को विस्तारपूर्वक समझने के लिए इस लेख के साथ अंत तक बनें रहें-

OTP kya hai?

जब आप ऑनलाइन transactions करते हैं उस वक़्त अक्सर 6 अंकों का एक सिक्योरिटी कोड इस्तेमाल किया जाता है जो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या ईमेल पर भेजा जाता है, इसी सिक्योरिटी कोड को हम ‘OTP’ के नाम से जानते हैं.

OTP अर्थात One Time Password (वन टाइम पासवर्ड) और अपने नाम के ही अनुरूप इसका उपयोग एक बार ही किया जा सकता है. यह कंप्यूटर सिस्टम या अन्य डिजिटल डिवाइस पर केवल एक बार ही लॉगिन के लिए मान्य है.

OTP (One Time Password) का इस्तेमाल आप एक बार ही कर सकते हैं दुबारा इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. यह कुछ मिनटों तक ही वैध रहता है और उस समय सीमा के भीतर आपको इसका इस्तेमाल करना होता है, यदि नहीं कर सकें, तो इसकी वैधता स्वतः समाप्त हो जाती है.

OTP की सबसे ख़ास बात यह होती है कि यह Random Algorithm पर काम करते हैं. अर्थात जितनी बार आप लॉगिन करेंगे हर बार अलग – अलग अनुक्रम में OTP generate होकर आएगा. एक बार आपने जिस OTP का इस्तेमाल करके लॉगिन कर लिया फिर उसका इस्तेमाल आप दुबारा लॉगिन करने के लिए नहीं कर सकते हैं. दुबारा लॉगिन करने के लिए आपके पास एक नया OTP generate होकर आएगा.

प्रत्येक transactions के लिए अलग – अलग अनुक्रम में OTP generate होना सुरक्षा के लिहाज से काफी मजबूत माना जा सकता है क्योंकि हर बार अलग – अलग OTP होने से हैकर्स इसका अनुमान लगाने में असफल हो जाते हैं.

OTP का full form क्या होता है?

OTP का फुल फॉर्म One Time Password होता है अर्थात एक ऐसा पासवर्ड जिसका उपयोग एक निश्चित समय सीमा के भीतर केवल एक ही बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है. एक बार इस्तेमाल करने के पश्चात इस पासवर्ड का कोई मतलब नहीं रह जाता है. यदि दिए गए समय सीमा के भीतर इसका इस्तेमाल न किया जा सका तो यह अवैध हो जाता है.

OTP का इस्तेमाल कहाँ होता है?

यदि आप ऑनलाइन खरीदारी करते हैं या ऑनलाइन लेनदेन (नेटबैंकिंग) करते हैं तो आप OTP से जरूर परिचित होंगे. क्योंकि इसके बिना ऐसे transactions आमतौर पर आजकल संभव नहीं होते हैं. आज लगभग सभी ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे फ्लिपकार्ट, अमेज़न, स्नैपडील आदि में शॉपिंग प्रक्रिया को पूरी करने के लिए OTP का इस्तेमाल किया जाता है.

डिजिटल वॉलेट जैसे PayPal, Paytm आदि में भी लेनदेन के लिए OTP का इस्तेमाल होता है. कई वेबसाइट/सोशल साइट्स में अकाउंट बनाते समय या अकाउंट वेरीफाई करने के लिए या फिर ऐसे कई वेबसाइट होते हैं जिसके अकाउंट का पासवर्ड भूल जाने पर अकाउंट रिकवरी के लिए भी OTP का इस्तेमाल होता है.

वास्तव में लेनदेन के दौरान पुष्टिकरण के लिए OTP send किया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य वास्तविक उपयोगकर्ता का पहचान करना होता है.

यदि आप अपने बनाये हुए पासवर्ड को बदलना या नया मोबाइल नंबर अपडेट करना चाहते हैं तो ऐसी स्तिथि में भी OTP का इस्तेमाल होता है.

OTP सुरक्षा की दृष्टि से कितना महत्वपूर्ण है?

OTP क्या है इसे तो आप समझ ही गए होंगे या फिर पहले से भी इसके बारे में जानते होंगे लेकिन यहाँ पर महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि OTP सुरक्षा की दृष्टि से कितना महत्वपूर्ण है? यह उपयोगकर्ता के लिए एक ऐसा सुरक्षा कवच है जिसको किसी अन्य व्यक्ति द्वारा एक्सेस कर पाना लगभग नामुमकिन है.

यदि किसी कारणवश आपका पासवर्ड किसी गलत आदमी के हाथ लग भी जाता है तो वह बिना OTP के लॉगिन कर ही नहीं सकता है और उसके द्वारा OTP का पता लगा पाना लगभग नामुमकिन है क्योंकि भेजा गया OTP सिर्फ और सिर्फ आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर SMS के जरिये ही भेजा जाएगा.

जैसे – जैसे तकनिकी क्षेत्र विकास करता जा रहा है वैसे – वैसे साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है. इस बात को ध्यान में रखते हुए अपने उपयोगकर्ता की सुरक्षा को और भी ज्यादा मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के वेबसाइट/संस्थान अपने असल ग्राहक की पहचान साबित करने के लिए OTP send करते हैं. कई क्षेत्रों में तो इसे अनिवार्य रूप से लागू कर दिया गया है.

कोई भी व्यक्ति जब ऑनलाइन लेनदेन करता है तो ऐसे वित्तिय लेन-देन (financial transactions) में किसी धोखे का शिकार होने का सबसे ज्यादा खतरा बना रहता है, इसलिए ऐसे मामलों में OTP का सबसे ज्यादा उपयोग होता है. संबंधित वेबसाईट अथवा संस्थान OTP के जरिये इस बात की पुष्टि आसानी से कर पाते हैं कि सही व्यक्ति के द्वारा ही गतिविधि किया जा रहा है.

पैसों का लेनदेन करते समय वास्तव में बैंक अथवा वित्तीय संस्थान account holder से अनुमति लेने के उद्देश्य से OTP भेजते हैं. उपयोगकर्ता द्वारा उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में सम्बंधित संस्थान की तरफ से भेजे गए OTP को डालने के पश्चात ही पूरी transaction प्रक्रिया सफल हो पाता है.

OTP के द्वारा मिनटों में ही असल यूजर की पहचान साबित हो जाती है और सबसे ख़ास बात यह बहुत तेज प्रक्रिया होने के साथ – साथ बिल्कुल फ्री है. इसके लिए आपको कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है. यह एक ऐसा सुरक्षा कोड है जिसे संभवतः हैक नहीं किया जा सकता है और यह हमें कई प्रकार के धोखाधडी से सुरक्षा प्रदान करता है.

आमतौर पर लॉगिन करने के लिए जो हम सामान्य पासवर्ड बनाते हैं इसमें हमें हैकर्स से खतरा हो सकता है किन्तु इसके साथ यदि OTP की सुविधा हो तो हमारा सुरक्षा का दीवार और भी मजबूत हो जाता है. पासवर्ड चोरी होने के बाद भी हमारा अकाउंट safe रहता है.

जैसा कि आप समझ चुके हैं कि प्रत्येक transactions के लिए अर्थात आप जितनी बार लेनदेन की प्रक्रिया को करते हैं हर बार अलग – अलग कोड generate होता है जिससे हमारा अकाउंट की सुरक्षा और भी बढ़ जाती है. इसका एक निश्चित समय तक वैध रहना भी उपयोगकर्ता के लिए सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है.

अन्य महत्वपूर्ण बात

OTP से सम्बंधित आप काफी कुछ समझ चुके हैं फिर भी एक महत्वपूर्ण बात यह है कि सुरक्षा के लिहाज से कभी भी अपना ओटीपी किसी से शेयर न करें. बहुत से लोग इस बात को समझ ही नहीं पाते हैं कि क्यों डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते समय या अन्य ऑनलाइन गतिविधियों के लिए OTP माँगा जाता है?

यह वास्तविक उपयोगकर्ता के प्रमाणिकरण के लिए काफी महत्वपूर्ण है. कौन जाने आपके अकाउंट के साथ आप या कोई और गतिविधि कर रहा है. आजकल बढ़ते साइबर अपराध के मामलों को देखते हुए OTP का इस्तेमाल महत्वपूर्ण रूप से किया जा रहा है जो आपके पास sms या ईमेल के जरिये भेजा जाता है.

Lal Anant Nath Shahdeo

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

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1 thought on “OTP kya hai? What is the full form of OTP in Hindi?”

  1. आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही महत्व पूण एवं उपयोगी हैं।

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