PGDCA course in Hindi : कंप्यूटर एप्लीकेशन या कंप्यूटर साइंस में रूचि रखनेवाले विद्यार्थियों के लिए PGDCA course करना एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है. इस पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद उम्मीदवार सॉफ्टवेयर उद्योग में विभिन्न नौकरियों के लिए योग्य हो जाता है.
इस एक वर्ष के पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत छात्रों को कंप्यूटर साइंस और कंप्यूटर एप्लीकेशन पर सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाता है. कम समय में एक बेहतर करियर विकल्प के तौर पर यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है. खासतौर पर यह कोर्स उनलोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने स्नातक के साथ कुछ कंप्यूटर ज्ञान भी जोड़ना चाहते हैं.
विशेषकर, वैसी परिस्तिथि में बीटेक स्नातक की तुलना में पीजीडीसीए को प्राथमिकता प्राप्त हो सकती है जब कंपनी अपनी व्यय लागत में कटौती करने के मकसद से ऐसे स्नातकों को नियुक्त करना चाहे क्योंकि एक बीटेक स्नातक किसी पीजीडीसीए की तुलना में अधिक वेतन पैकेज की अपेक्षा करेगा.
Computer कोर्स के अंतर्गत कई प्रकार के विख्यात कोर्स सम्मिलित हैं जैसे DCA, BCA, MCA आदि. अधिकांश लोगों को इसके बारे में पता होता है किन्तु बहुत से लोगों को PGDCA course के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है. इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि अपेक्षाकृत यह एक नया पाठ्यक्रम है.
हमारे देश भारत में PGDCA कोर्स के लिए कई शीर्ष कॉलेज मौजूद हैं. इस पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्रों को कई बेहतरीन जॉब प्रोफाइल की पेशकश प्राप्त हो सकती है. यदि आप भी इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया इस लेख के साथ अंत तक बने रहें.
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PGDCA course in Hindi
PGDCA अर्थात Post Graduate Diploma in Computer Applications विशेषकर उन छात्रों के लिए उपयोगी हो सकता है जो स्नातक के बाद कंप्यूटर के क्षेत्र में रुचि रखते हैं. किसी भी स्ट्रीम से कोई भी ग्रेजुएट इस कोर्स में दाखिला लेने के योग्य हो सकता है. यह एक प्रोफेशनल कोर्स है जिसकी समयावधि एक वर्ष का होता है. अर्थात यह एक वर्ष तक चलने वाला प्रोग्राम है.
इस डिप्लोमा कोर्स का उद्देश्य कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों को विशेषज्ञता प्रदान करना है. इसमें कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र से विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है जिसके अंतर्गत सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. आप इस कोर्स को रेगुलर मोड में करने के साथ – साथ डिस्टेंस लर्निंग मोड में भी करने का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं.
PGDCA कार्यक्रम को पूरा करने के बाद छात्र सॉफ्टवेयर उद्योग में विभिन्न नौकरियों के लिए योग्य हो जाते हैं. आईटी उद्योग में अपना करियर बनाने के बारे में सोंच रहे छात्रों के लिए इस कोर्स को करना लाभदायक सिद्ध हो सकता है.
PGDCA full form क्या होता है?
PGDCA का फुल फॉर्म “Post Graduate Diploma in Computer Applications” होता है. यह स्नातक छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो कि एक professional course (पेशेवर पाठ्यक्रम) है. इस कोर्स के दौरान छात्र सॉफ्टवेयर और सॉफ्टवेयर विकास का अच्छा ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम होते हैं अर्थात एक विशेषज्ञ बन जाते हैं.
एक पीजीडीसीए डिग्री धारक अच्छा कमाई करने में सफल हो सकता है. हालाँकि इस क्षेत्र में कमाई उसके ज्ञान, अनुभव, नौकरी की भूमिका, संस्थान आदि पर निर्भर करता है. यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ बढ़ते अनुभव के साथ – साथ आपका वेतन या कमाई में भी वृद्धि होने की संभावना रहती है.
PGDCA कोर्स के अंतर्गत क्या सिखाया जाता है?
जैसा कि आप समझ चुके हैं कि यह एक वर्ष का स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम है. पुरे वर्ष के इस कार्यक्रम में छात्रों को सूचना प्रौद्योगिकी के बुनियादी सिद्धांत, नवीनतम कंप्यूटर सॉफ्टवेयर विकास, विजुअल बेसिक, MS Office, वेब डिजाइनिंग, C, C++, Java, Oracle, इंटरनेट प्रौद्योगिकी का परिचय जैसे विषयों पर ज्ञान प्रदान किया जाता है.
जो छात्र इस कोर्स को करते हैं उनके पास computer science से सम्बंधित अच्छा ज्ञान हो जाता है क्योंकि इस कोर्स के माध्यम से छात्रों को प्रोफेशनल नॉलेज प्रदान किया जाता है.
PGDCA Syllabus in Hindi
विश्वविद्यालय के अनुसार PGDCA Syllabus में भिन्नता पायी जा सकती है किन्तु मुख्य रूप से पीजीडीसीए पाठ्यक्रम में शामिल जो विषय होते हैं उन विषयों की निम्न सूचि आपके समक्ष प्रस्तुत की जा रही है –
- Fundamentals of Information Technology
- Data Structure and Algorithms
- ‘C’ Programming
- Operating System
- Basic Financial Management
- Software Engineering
- Computer Fundamentals
- Visual Basics
- Database management system
- Basic Java
- Oracle
- Software engineering and business process
- Web designing
PGDCA पाठ्यक्रम के लिए आवश्यक पात्रता
PGDCA पाठ्यक्रम के लिए पात्रता मानदंड अलग – अलग संस्थानों में अलग – अलग हो सकते हैं. किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/संस्थान से ग्रेजुएशन डिग्री पूरा करनेवाले छात्र इस कोर्स के लिए योग्य हो सकते हैं. इस कोर्स के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों के पास किसी भी विषय में स्नातक होना जरुरी होता है.
PGDCA पाठ्यक्रम के लिए देश में कई संस्थान हैं जो इसकी पेशकश करते हैं किन्तु हर एक संस्थान की पात्रता मानदंड एक समान नहीं होते हैं, इनमें भिन्नताएं पायी जा सकती है. इसलिए आपके लिए सलाह है कि इस कार्यक्रम में आवेदन करने से पहले आपको सम्बंधित संस्थान की आवश्यक पात्रता मानदंड की पुष्टि स्वयं कर लेनी चाहिए.
भारत में कई संस्थान ऐसे भी हैं जहाँ प्रवेश पाने के लिए entrance exam देना होता है अर्थात प्रवेश परीक्षा के आधार पर नामांकन होता है. कई संस्थानों में merit based PGDCA admission होते हैं साथ ही व्यक्तिगत साक्षात्कार का भी आयोजन किया जाता है.
PGDCA के बाद स्कोप और करियर के अवसर
PGDCA एक प्रोफेशनल कोर्स होता है और इस डिग्री को पूरा करने के बाद आपके समक्ष करियर के रूप में कई अच्छे जॉब प्रोफाइल उपलब्ध होते हैं यदि आपकी डिग्री किसी शीर्ष या प्रतिष्ठित कॉलेज से अर्जित की गयी हो.
PGDCA की डिग्री प्राप्त करने के बाद आप कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं जैसे –
- आईटी पेशेवर
- कम्प्यूटर ऑपरेटर
- डाटा एंट्री ऑपरेटर
- वेब डेवलपर
- सॉफ्टवेयर डेवलपर
- ऑफिस असिस्टेंट
- आईटी सलाहकार
- प्रोजेक्ट मैनेजर
भारत में शीर्ष PGDCA कॉलेज
- University of Delhi
- Sardar Patel University, Gujarat
- IGNOU
- Dibrugarh University, Assam
- Lovely Professional University, Jalandhar
PGDCA की पढ़ाई क्यों करें?
अपनी स्नातक पूरी करने के बाद यदि आप कम समय में कंप्यूटर के क्षेत्र में बढ़िया करियर विकल्प की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए PGDCA कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ना एक अच्छा चुनाव हो सकता है. यह DCA (Diploma in Computer Application) से उच्च स्तर का कोर्स होता है जिसके जरिये आप एडवांस्ड स्तर का ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम होते हैं.
मेरे हिसाब से किसी भी टेक्निकल कोर्स को रेगुलर मोड में ही करने की कोशिश करना चाहिए क्योंकि एक बेहतर करियर बनाने के लिए आपका डिग्री ही काफी नहीं होता है इसके लिए आपके पास अच्छा ज्ञान भी होना चाहिए. वैसे छात्र जिनके पास समय का आभाव हो या आर्थिक समस्या हो तो वे Distance Education मोड के साथ आगे जा सकते हैं. PGDCA कोर्स आप दोनों मोड में कर सकते हैं.
आप कम लागत में इस कोर्स को कर सकते हैं. यह लागत अनुमानित 10000/- रुपया से लेकर 200000/- तक भी हो सकता है. यह कोर्स किये जानेवाले संस्थान पर भी निर्भर करता है कि PGDCA की पढ़ाई के लिए फीस कितनी होगी. अलग – अलग संस्थानों के लिए कोर्स फीस अलग – अलग हो सकती है.
PGDCA कोर्स करने के पश्चात आप सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरी के लिए योग्य हो सकते हैं. आपके पास कंप्यूटर से सम्बंधित बेसिक ज्ञान के आलावा एडवांस स्तर का भी ज्ञान हो जाता है जो आपको कई क्षेत्रों में नौकरी के लिए योग्य बनाता है. यदि आप PGDCA के बाद आगे की पढ़ाई भी करना चाहें तो कर सकते हैं जैसे आप कंप्यूटर एप्लीकेशन में परास्नातक (masters in computer application), MBA आदि कर सकते हैं.
अंत में, निष्कर्ष
दोस्तों आशा करता हूँ कि आपको PGDCA course से सम्बंधित कई महत्वपूर्ण बातों की जानकारी हो गयी होगी. यहाँ पर मैं एक और महत्वपूर्ण बात आपको बता देना चाहता हूँ कि पीजीडीसीए कोर्स साधारण स्नातकों को मौका प्रदान करता है कि वह अपने स्नातक के साथ कुछ कंप्यूटर ज्ञान भी जोड़ सकने में सक्षम हो सकें और कंप्यूटर के क्षेत्र में अपना करियर संवार सकें.
दोस्तों कंप्यूटर एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में निसंदेह MCA एक सर्वश्रेष्ठ डिग्री माना जाता है वहीँ तुलनात्मक रूप से PGDCA कंप्यूटर एप्लिकेशन आदि पर मौलिक ज्ञान प्रदान करता है. यह बात मैं आपको इसलिए भी बताना चाहता हूँ कि कई लोग PGDCA को MCA के विकल्प के तौर पर देखते हैं.
आज के दौर में बिना कंप्यूटर के दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती है, लगभग सभी स्थानों में आजकल कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है. यदि आप कंप्यूटर से सम्बंधित कोई कोर्स करते हैं तो यह रोजगार पाने में आपके लिए काफी सहायक हो सकता है. यदि आपके पास कंप्यूटर से सम्बंधित पेशेवर कौशल है तो आप आसानी से अच्छी कमाई कर सकने में सफल हो सकते हैं.