समय के साथ बदलना क्यों ज़रूरी है? पृथ्वी पर हर चीज़ समय के साथ बदलती रहती है. नई विचारधाराएं, सोच, नीति तकनीक, जीवन जीने का तरीका सब कुछ बदलता रहता है. परिवर्तन प्रकृति का नियम है. हो रहे बदलावों के साथ तालमेल बिठाने के लिए हमें समय के अनुसार बदलाव करने की जरूरत है. दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है इसलिए अपनी आंखें और कान खुले रखें वरना आप पीछे रह जाएंगे.
क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सामने हर दिन कोई न कोई नई तकनीक आ रही है. आने वाले समय में कुछ ऐसी तकनीकें आने वाली हैं, जो दुनिया को बदल देंगी. आने वाली प्रौद्योगिकियाँ वैश्विक सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था को प्रभावित करेंगी.
आज के समय में वर्चुअल रियलिटी, ट्रांसपोर्टेशन, डेटा, क्वांटम कंप्यूटिंग आदि के क्षेत्र में रिसर्च के लिए भारी मात्रा में निवेश किया जा रहा है. बस कुछ सालों के इंतजार के बाद हमें कई ऐसी तकनीकें देखने को मिलेंगी, जो पूरी तरह से हमारा भविष्य बदल देगी, लेकिन क्या आप इस बदलाव के लिए तैयार हैं?
जानिये हमारे साथ समय के साथ बदलना क्यों ज़रूरी है? Future technologies of 2030 in Hindi.
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समय के साथ बदलना क्यों ज़रूरी है?
आप नोकिया मोबाइल, बजाज स्कूटर, एंबेसडर कार, राजदूत बाइक, डायनोरा टीवी, एचएमटी वॉच के बारे में तो जानते ही होंगे. यह अपने समय के टॉप ब्रांड थे. बाज़ारों पर इन सभी का एकाधिकार था. उन सभी में गुणवत्ता में कोई कमी नहीं थी लेकिन क्या आप बता सकते हैं कि वे बाज़ार से बाहर क्यों हो गए?
इसका सिर्फ एक ही कारण है कि ये सभी समय के साथ बदलाव नहीं किया. अगर आप समय के साथ नहीं बदलेंगे तो आप जहां हैं उससे भी नीचे गिर जायेंगे और दूसरे आपको कुचल कर आगे बढ़ जायेंगे.
मैं आपको एक और कहानी बताता हूं, जॉर्ज ईस्टमैन द्वारा वर्ष 1888 में ‘द ईस्टमैन कोडक कंपनी’ के रूप में स्थापित कंपनी 20वीं सदी में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की दुनिया में सबसे प्रसिद्ध नाम थी. इसने फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी उद्योग में क्रांति ला दी.
इस कंपनी में लाखों लोग काम करते थे. कुछ ही वर्षों में डिजिटल फोटोग्राफी ने इस कंपनी को बाजार से बाहर कर दिया और इनके सभी कर्मचारी सड़क पर आ गये. क्या आप जानना चाहेंगे की ऐसा क्यों हुआ?
कोडक जो अपने समय की सबसे प्रभावशाली कंपनी थी लेकिन समय के साथ न बदलने और कई गलत फैसलों के कारण इसकी सफलता एक पल में खत्म हो गई. परिणामस्वरूप, कंपनी ने 2012 में खुद को दिवालिया घोषित कर दिया.
आपको बता दें कि अगले 10 से 15 सालों में आज चल रहे 70% से 80% उद्योग बंद हो जाएंगे और दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी. इस बदलते वक़्त में जो खुद को बदल लेंगे वो आगे जायेंगे और जो नहीं बदलेंगे उनका हाल राजदूत बाइक जैसी हो जायेगी.!!
चौथी औद्योगिक क्रांति का स्वागत कीजिये
आज दुनिया तेजी से चौथी औद्योगिक क्रांति की ओर बढ़ रही है। चौथी औद्योगिक क्रांति को “उद्योग 4.0” नाम दिया गया है. ‘उद्योग 4.0’ मानव जीवन के वर्तमान और भविष्य को बदलने की क्षमता रखता है. इसमें इंटरनेट अपनी अहम भूमिका निभाएगा. औद्योगिक क्रांतियाँ मानव जीवन को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीकों से प्रभावित कर सकती हैं.
आने वाला समय इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (CPS), स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग, स्मार्ट फैक्ट्रीज, क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन का समय होगा. उद्योग 4.0 में आईटी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मिलाकर काम होगा.
व्यवसायिक प्रथाएं बदल रही हैं. आज आपके iPhone या Android डिवाइस पर Uber जैसी ऑन-डिमांड कार सेवा उपलब्ध है. आपको जानकर हैरानी होगी कि Uber के पास अपनी एक भी कार नहीं है, फिर भी यह दुनिया की सबसे बड़ी टैक्सी कंपनी है.
इसी तरह, Airbnb एक ऑनलाइन वेबसाइट और ऐप है जहां से आप दुनिया भर में किराए के लिए कमरे और होटल बुक कर सकते हैं, जबकि उनके पास अपना एक भी होटल नहीं है. इसीप्रकार ola cabs, oyo rooms जैसे और भी उदाहरण हैं.
मैं आपको बस इतना बताना चाहता हूं कि दुनिया कैसे बदल रही है, जिनके पास एक भी कार नहीं है, फिर भी वे दुनिया की सबसे बड़ी टैक्सी कंपनी हैं और जिनके पास एक भी होटल नहीं है, वे दुनिया की सबसे बड़ी होटल कंपनी हैं. . . इसलिए हमें इन बदलावों के अनुरूप खुद को ढालना सीखना होगा.
2030 में टेक्नोलॉजी का भविष्य क्या है?
Future technologies of 2030 in Hindi- मैं आपको अपनी भविष्यवादी अनुमान के आधार पर भविष्य की कुछ झलक दिखाना चाहता हूं. संभवतः 2030 तक कृत्रिम बुद्धिमत्ता उस बिंदु तक पहुंच जाएगी जहां एक इंसान एक मशीन के साथ बातचीत कर सकता है.
अगले 10 सालों में सिर्फ इलेक्ट्रिक कारें या हाइब्रिड कारें ही देखने को मिलेंगी यानी अगले 10 सालों में दुनिया भर की सड़कों से 90% कारें गायब हो जाएंगी और पेट्रोल पर 90% निर्भरता भी खत्म हो जाएगी, जिसका असर अरब जैसे देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.
आप कुछ समझ पायेंगे उससे पहले, ड्राइवर रहित कारों से लेकर रोबोटिक श्रमिक तक अस्तित्व में आ चुके होंगे. अब मान लेते हैं कि अगर ऐसा हुआ तो ड्राइवर जैसी नौकरियां खतरे में पड़ जाएंगी और मजदूर भी बेकार हो जाएंगे. आप ओला जैसे किसी ऐप से कार बुक करेंगे और कुछ ही समय में ड्राइवरलेस कार आपके दरवाजे पर खड़ी होगी.
कार के ड्राइवर रहित हो जाने से सड़क दुर्घटनाएं लगभग बंद हो जाएंगी, जिसका खामियाजा कार बीमा कर्ताओं को उठाना पड़ेगा और इनका धंधा भी बंद हो जायेगा.
Final Words,
पिछले 5 से 10 सालों में टेक्नोलॉजी की दुनिया में काफी बदलाव देखने को मिले हैं. पिछले 10 सालों में ऐसी कोई जगह नहीं होती थी जहाँ आप PCO न देख पाते हों, लेकिन आज हम इसे नहीं देख सकते क्योंकि हर किसी के पास मोबाइल आ जाने से PCO गायब हो गया है.
अब देखना है कि अगला दशक हमारे लिए क्या लेकर आएगा? दुनिया तेजी से बदल रही है, अगर आप आपने आँख और कान खुले नहीं रखेंगे तो तेज भागती दुनिया से पिछड़ जायेंगे.
अंत में, 2030 तक कंप्यूटर मनुष्य से ज्यादा intelligent हो जाएगा !! Future technologies of 2030 in Hindi