वर्तमान समय में बैंक हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बन चुके हैं। आज लगभग हर व्यक्ति बैंक खाता रखता है, किंतु बहुत से लोग यह नहीं जानते कि बैंक खातों के कितने प्रकार होते हैं और उनमें क्या अंतर होता है। इस लेख “Types of Bank Accounts in Hindi” के माध्यम से हम आपको विभिन्न प्रकार के बैंक खातों की जानकारी सरल और स्पष्ट रूप में प्रदान करेंगे।
बैंकिंग व्यवस्था के बिना आधुनिक जीवन की कल्पना करना कठिन है। व्यक्तिगत से लेकर व्यावसायिक लेन-देन तक, सभी कार्यों में बैंक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम बैंक से संबंधित बुनियादी जानकारियों से भली-भांति परिचित हों। जानकारी जितनी अधिक सुस्पष्ट होगी, बैंक से जुड़े कार्य उतने ही सहज और प्रभावी ढंग से संपन्न होंगे।
यह जानना भी महत्त्वपूर्ण है कि सभी बैंक खाते समान नहीं होते। वे विभिन्न प्रकार के होते हैं और प्रत्येक की विशेषताएँ, उपयोगिता तथा उद्देश्य भिन्न होते हैं। आइए, आगे विस्तार से जानते हैं कि बैंक खातों के प्रकार क्या हैं और वे किन-किन कार्यों के लिए उपयुक्त होते हैं। –
Types of Bank Accounts in Hindi
मुख्यतः bank account चार प्रकार के होते और अपनी विषेशताओं के अनुसार उनके नाम अलग-अलग हैं जैसे –
चार प्रकार के bank accounts हैं –
- बचत खाता (Savings Account)
- चालू खाता (Current Account)
- आवर्ती जमा खाता (Recurring Deposit Account)
- फिक्स्ड डिपॉजिट खाता (Fixed Deposit Account )
1. बचत खाता (Savings Account)
Saving Account (बचत खाता) – कोई भी व्यक्ति अपनी personal saving के लिए बचत खाता खोल सकता है। इस प्रकार के account open करने के लिए बैंकों के द्वारा निर्धारित minimum amount से आप अपना बचत खाता खोल सकते हैं।
बचत खाते का उद्देश्य पैसे बचाना और नियमित जमा करना है। इस खाते में एटीएम कार्ड, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधाएं मिलती हैं। इसमें न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होता है, हालांकि कुछ बैंक जीरो बैलेंस पर भी बचत खाता खोलने की अनुमति देते हैं।
यह account सबसे common type का account है जो सभी लोगों के बीच प्रचलित है। इस प्रकार का खाता किसी भी व्यक्ति के personal banking के लिए खोले जाते हैं ।
सेविंग अकाउंट क्यों खोला जाता है?
अपने नाम के अनुरूप Saving Account (बचत खाता ) लोगों के पैसे को Saving करने के लिए खोले जाते हैं।
Saving Account (बचत खाता ) में bank आपके जमा की गयी राशि के अनुसार अपने निर्धारित दर पर आपको interest देती है। Interest rate अलग -अलग बैंकों के अलग -अलग हो सकते हैं ।
इसमें कभी भी पैसा निकला और डाला जा सकता है किन्तु आप इस प्रकार के खता से bank overdraft नहीं कर सकते हैं यानि की आप अपनी जमा की गयी राशि से ज्यादा राशि नहीं निकाल सकते हैं। यहाँ पर आपको वार्षिक चक्रवृद्धि व्याज के दर पर ब्याज दिया जाता है।
Saving Account कौन खोल सकता है?
कोई भी व्यक्ति अपने व्यक्तिगत कार्य के लिए चाहे वो सरकारी कर्मचारी ,प्राइवेट कर्मचारी , Student या Pensioner हो Saving Account (बचत खाता ) खोल सकता है।
इसका उपयोग व्यापारिक कार्य के लिए नहीं किया जा सकता है। कोई भी लिमिटेड या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को कानूनन Saving Account (बचत खाता ) खोलने की अनुमति प्राप्त नहीं हो सकती है।
2. चालू खाता (Current Account)
Current Account (चालू खाता ) – व्यावसायिक कार्य को करने के लिए Current Account (चालू खाता ) की जरूरत पड़ती है। इसीलिए व्यापारिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए Current Account (चालू खाता) खोला जाता है।
Current Account (चालू खाता ) बिज़नेस लेनदेन के लिए किया जाता है और इसप्रकार के खाता से लेनदेन की कोई निश्चित सिमा नहीं होती है यानि की आप जितना चाहें लेनदेन कर सकते हैं। जहाँ आपको Saving Account (बचत खाता ) में ब्याज दिया जाता है वहीँ Current Account (चालू खाता ) में कोई ब्याज नहीं दिया जाता है।
व्यवसायिक कार्य की पूर्ति हेतु एक दिन में अनेकों लेनदेन करने पड़ते हैं और चूँकि Current Account (चालू खाता ) में लेनदेन की कोई सीमा नहीं होती है, इसीलिए व्यावसायिक कार्य को करने के लिए यह खाता महत्वपूर्ण है। इसमें bank overdraft की सुविधाएँ दी जाती है।
Current Account (चालू खाता ) बैंको द्वारा निर्धारित राशि से खोला जा सकता है जो की Saving Account (बचत खाता ) की तुलना में काफी ज्यादा होती है।
Current Account किनके लिए उपयोगी है?
साधारण लोगों के लिए Current Account (चालू खाता ) नहीं होता है। यह व्यावसयिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है। Current Account (चालू खाता ) Proprietorship firms, Partnership firms, Public कम्पनिया, Private कम्पनियाँ , Online shopping से जुडी कम्पनियाँ इत्यादि।
3. आवर्ती जमा खाता (Recurring Deposit Account)
Recurring Deposit Account : हिंदी में इसे आवर्ती जमा खाता के नाम से जाना जाता है। इसे RD के नाम से भी जाना जाता है। हर कोई अपना future plan करता है और उसी हिसाब से यानि अपनी जरूरत के हिसाब से एक मुश्त राशि या थोड़ी-थोड़ी करके विभिन्न जगहों पर savings करता है।
वास्तव में Recurring Deposit Account उन लोगों के लिए है जो एक मुश्त राशि जमा न करके एक नियमित अंतराल में अपना saving करना चाहता है। यह उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनकी नियमित आय का कोई स्रोत है, जैसे कोई नौकरी या पेशा से जुड़ा हुआ जो नियमित रूप से प्रत्येक महीने कुछ जमा करना चाहता हो।
आपके बेहतर भविष्य की योजनाओं को पूरा करने के लिए RD एक बेहतर और सुरक्षित स्किम हो सकता है।
Recurring Deposit Account क्यों?
यदि आप एक बार में ज्यादा amount deposit करने में अक्षम हैं तो यहाँ आपको नियमित रूप से थोड़ी -थोड़ी राशि जमा करने की छूट मिलती है। यहाँ पर आपको अच्छी interest rate प्राप्त होगी जो की saving account से ज्यादा होगी।
RD आप छः महीनो से लेकर 10 वर्षों तक का अपने future plan के हिसाब से कर सकते हैं। यह अवधी बैंकों के हिसाब से कम या ज्यादा हो सकते हैं।
इसे आप minimum amount 100 या 500 से खोल सकते है और maximum क़िस्त की कोई लिमिटेशन नहीं है। minimum amount limitation बैंकों के अनुसार कम या ज्यादा हो सकते हैं। इसमें एक ध्यान देने वाली बात यह है की आप जितने समय के लिए अपना स्किम चुना है उस period को पूरा करना जरुरी है।
ऐसा नहीं होता है की यदि आपकी RD की कोई क़िस्त छूट जाये तो आपका पैसा डूब जायेगा, क़िस्त छूटने पर penalty लग सकता है। RD की सुविधा बैंकों के साथ -साथ Post office पर भी मिलती है।
RD Account में आप समय से पहले अर्थात maturity से पहले पैसा नहीं निकाल सकते हैं आप इसको समय से पहले बंद जरूर कर सकते हैं। यह खाता single या joint खोला जा सकता है।
4. फिक्स्ड डिपॉजिट खाता (Fixed Deposit Account )
Fixed Deposit Account : हिंदी में इसे सावधि जमा खाता के नाम से जाना जाता है। इसे short में FD कहते हैं। एक बार में किसी धनराशि को निश्चित अवधी के लिए जमा की गयी राशि को FD कहते हैं जहाँ आपको निश्चित दर से ब्याज मिलती है।
यहाँ भी आपको बचत खाता से ज्यादा ब्याज दिया जाता है। यहाँ पर आपको 7% से लेकर 9% तक ब्याज मिल सकता है जो की विभिन्न बैंको के अनुसार अलग -अलग हो सकते हैं।
यदि आप चाहते हैं की आपका जमा धनराशि दोगुनी हो जाये तो इसके लिए आपको 8 से 10 वर्षों तक इंतिजार करना पड़ सकता है। तय की गयी अवधी से पहले आप FD से पैसा नहीं निकाल नहीं सकते हैं यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको इसके लिए penalty देना होगा।
FD अपनी तरलता और लचीलापन के कारण काफी लोकप्रिय है और यहाँ आपको अच्छा ब्याज दर मिलता है।
यह तो थी Types of bank accounts in hindi कि basic जानकारियां, यदि आप इस विषय से सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं। आप FD पर दी जानेवाली ब्याज दर की जानकारी आसानी से moneycontrol.com से भी पा सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
हर व्यक्ति की ज़रूरतें अलग-अलग होती हैं, इसलिए सही बैंक अकाउंट चुनना बहुत ज़रूरी है। अगर आप सिर्फ़ बचत करना चाहते हैं, तो सेविंग अकाउंट सबसे बेहतर है, जबकि बिज़नेस क्लास के लिए करंट अकाउंट ज़्यादा फ़ायदेमंद है। आप FD और RD अकाउंट के ज़रिए सुरक्षित निवेश कर सकते हैं।
आपको सलाह दी जाती है कि बैंक में अकाउंट खोलने से पहले उसकी शर्तें और सुविधाएँ अच्छी तरह पढ़ लें।