World bank in Hindi : विश्व बैंक क्या है?

प्रारंभ में World bank (विश्व बैंक) का प्रमुख उद्देश्य युद्ध – विनिष्ट देशों के पुनर्निर्माण के लिए ऋण उपलब्ध कराना था. लेकिन बाद में इसने अपना ध्यान मुख्य रूप से अल्पविकसित देशों के विकास हेतु उन्हें दीर्घकालीन ऋण प्रदान कर उनकी सहायता करने की ओर कर दिया. यह सदस्य राष्ट्रों के विकास और पुनर्निर्माण हेतु आर्थिक सहायता प्रदान कर उनके विकास में काफी सहायक है. समय – समय पर अल्प-विकसित एवं पिछड़े राष्ट्रों को ऋण प्रदान कर उनके विकास में विश्व बैंक ने काफी सहायता प्रदान की है. इसके साथ – साथ यह राष्ट्रों को वित्तीय सलाह भी प्रदान करता है. आइये इस लेख के माध्यम से World bank (विश्व बैंक) के बारे में विस्तारपूर्वक समझने का प्रयास करते हैं –

World bank in Hindi : विश्व बैंक क्या है? : दोस्तों, बैंक और उसके कार्यप्रणाली से तो आप भलीभांति परिचित होंगे ही . यह वह वित्तीय संस्थान होती है जहाँ लोगों की धनराशि जमा करने और ऋण देने के साथ – साथ कई महत्वपूर्ण कार्य किये जाते हैं. किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए बैंकों की काफी अहम् भूमिका होती है. किन्तु आज के लेख में हम बैंक नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बैंक के बारे में जानेंगे जिसे विश्व बैंक या world bank के नाम से जाना जाता है.

आइए जानते हैं कि – World bank in Hindi : विश्व बैंक क्या है?

World bank (विश्व बैंक) क्या है?

World bank (विश्व बैंक) एक अंतर्राष्ट्रीय बैंक है जिसका मुख्य उद्देश्य अल्पविकसित देशों को दीर्घकालीन ऋण प्रदान कर उनके विकास के लिए सहायता प्रदान करना है. इसका मुख्यालय वॉशिंगटन, डीसी में है और इसकी स्थापना जुलाई 1944 में हुई थी. यह सदस्य राष्ट्रों को उनके प्रोजेक्ट्स के लिए ऋण प्रदान करता है.

World bank (विश्व बैंक) की स्थापना से सम्बंधित इतिहास की ओर यदि हम दृष्टि डालें तो हमें ज्ञात होता है कि सन 1944 में ब्रैटन वुड्स कॉन्फ्रेंस (Bretton Woods Conference) के दौरान इसकी स्थापना हुई थी. उस वक़्त इसका उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध में युद्ध-विनिष्ट देशों के पुनर्निर्माण हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करना तथा विश्वव्यापी संकट से जूझ रहे राष्ट्रों को सहायता प्रदान करना था. वास्तव में इसके ऋणों के द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध से तबाह हुए देशों को पुनर्निर्माण हेतु काफी सहायता मिली. समय के साथ पुनर्निर्माण से ध्यान हटाकर विकास के लिए बुनियादी ढांचों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.

विश्व बैंक समूह में पाँच संस्थागत शाखाएँ हैं जो मिलकर कार्य करते हैं. इनका उद्देश्य विकासशील देशों को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके आर्थिक विकास में वृद्धि हेतु कार्य करना है. विश्व बैंक के सदस्य देशों की संख्या लगभग 189 है

विश्व बैंक समूह के संस्थागत शाखाएँ

IBRD (International Bank for Reconstruction and Development) की स्थापना 1944 में हुई थी और इसे ही विश्व बैंक के नाम से जाना जाता है. ज्ञात हो कि इसी वर्ष अर्थात सन 1944 में ही ब्रेटन वुड्स सम्मेलन के दौरान IBRD के साथ IMF (International Monetary Fund) की भी स्थापना हुई थी. IMF का मुख्य कार्य अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक प्रणाली को स्थिर करना है.

IBRD और IDA (International Development Association) संयुक्त रूप से विश्व बैंक बनाते हैं जबकि विश्व बैंक समूह में पाँच संगठन शामिल हैं जो निम्न हैं –

  • IBRD (International Bank for Reconstruction and Development) : IBRD अर्थात अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक यह मध्यम-आय और क्रेडिट योग्य निम्न-आय वाले देशों की सरकारों को ऋण प्रदान कर सहायता करता है.
  • IDA (International Development Association) : IDA अर्थात अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ यह सबसे गरीब देशों (poorest countries) पर अपना ध्यान केंद्रित करता है और उन्हें ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करता है.
  • IFC (The International Finance Corporation) : IFC अर्थात अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम जो कि विश्व बैंक का एक सहयोगी संगठन है. इनका मुख्य उद्देश्य विकासशील देशों में निजी क्षेत्र को समर्थन करना है. यह विकासशील देशों को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजारों में पूंजी जुटाने, रोजगार सृजित करने आदि में सहयोग करते हैं.
  • MIGA (The Multilateral Investment Guarantee Agency) : MIGA अर्थात बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी मुख्यतः विकासशील देशों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा देने का कार्य करती है. युद्ध जैसे राजनीतिक जोखिम के खिलाफ यह कर्जदाताओं और निवेशकों को एक बीमा प्रदाता के रूप में सुरक्षा प्रदान करने का काम करती है.
  • ICSID (The International Centre for Settlement of Investment Disputes) : ICSID अर्थात निवेश विवादों के निपटान के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र और जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है यह संस्था देशों और निवेशकों के मध्य निवेश सम्बन्धी विवादों को सुलझाने का कार्य करती है. इसतरह से आप कह सकते हैं कि यह निवेश विवादों के निपटान के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र है जो निवेश विवादों के निपटान और मध्यस्थता के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है.

विश्व बैंक का महत्वपूर्ण उद्देश्य

विश्व बैंक के महत्वपूर्ण उद्देश्य निम्न हैं –

  • गरीब देशों को दीर्घकालीन ऋण प्रदान कर उनके विकास में सहायता करना
  • अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देना जिससे सदस्य देशों के लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाया जा सके.
  • विश्व बैंक निजी निवेशकों को पूँजी के विनियोग के लिए गारंटी प्रदान करता है ताकि पिछड़े देशों में पूंजी के विनियोग में सहायता मिल सके.

भारत और विश्व बैंक (India and World Bank)

भारत भी विश्व बैंक का सदस्य है और तब से लेकर आज तक भारत को इसके विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त हुए हैं. विश्व बैंक ने भारत को कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए ऋण प्रदान किया है जैसे रेलवे, बिजली परियोजना, कृषि विकास, सड़क, कोयला उद्योग आदि के विकास के लिए. ज्ञात हो कि भारत विश्व बैंक के प्रमुखतम श्रेणियों में से एक है.

अन्य महत्वपूर्ण बात

सामान्यतः विश्व बैंक सदस्य देशों की सरकार अथवा उसके केंद्रीय बैंक से ही व्यवहार करता है और ऋण सम्बन्धी मामलों जैसे ऋण की मात्रा गारंटी सम्बन्धी शर्तों को स्वयं निर्धारित करता है. यदि कोई देश इसका सदस्य बनना चाहे तो नियमानुसार उसे पहले IMF (International Monetary Fund) में शामिल होना होगा.

Lal Anant Nath Shahdeo

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

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